संभल, उत्तर प्रदेश के जिले में स्थित एक नगर है, इसी में स्थित जामा मस्जिद के ASI सर्वेक्षण को लेकर हाल ही में विवाद उत्पन्न हुआ है। कुछ समाजसेवी समूहों का दावा है कि मस्जिद के नीचे प्राचीन मंदिर के अवशेष मौजूद हैं, जबकि अन्य इस दावे का विरोध कर रहे हैं। इस विवाद के समाधान हेतु भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया।
सर्वेक्षण की पृष्ठभूमि:
दावे: कुछ स्थानीय समाजसेवी संगठनों ने आरोप लगाया कि जामा मस्जिद के नीचे प्राचीन हिंदू मंदिर के अवशेष हैं। इन दावों के समर्थन में उन्होंने कुछ पुरातात्विक साक्ष्यों की ओर इशारा किया।
विरोध: मस्जिद समिति और अन्य समुदायों ने इन दावों का खंडन करते हुए कहा कि मस्जिद का निर्माण इस्लामी स्थापत्य शैली में हुआ है और इसमें किसी अन्य धार्मिक स्थल के अवशेष नहीं हैं।
सर्वेक्षण की प्रक्रिया:
स्थानीय प्रशासन और न्यायालय के निर्देश पर ASI ने मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण किया। इस दौरान निम्नलिखित कार्य किए गए:
स्थल निरीक्षण: मस्जिद के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया गया, जिसमें नींव, दीवारें और अन्य संरचनात्मक तत्व शामिल थे।
प्राचीन अवशेषों की खोज: मस्जिद के आसपास के क्षेत्रों में खुदाई कर प्राचीन मूर्तियों और संरचनाओं की खोज की गई।
सर्वेक्षण के निष्कर्ष:
सर्वेक्षण के बाद ASI ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें निम्नलिखित बिंदु शामिल थे:
प्राचीन संरचनाएं: मस्जिद परिसर में कुछ प्राचीन संरचनाओं के अवशेष मिले, जिनकी आयु और उत्पत्ति का निर्धारण किया जा रहा है।
मंदिर के प्रमाण: प्राप्त अवशेषों के आधार पर यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वे किसी हिंदू मंदिर से संबंधित हैं या नहीं।
वर्तमान स्थिति:
सर्वेक्षण रिपोर्ट के आधार पर न्यायालय और प्रशासन आगे की कार्रवाई पर विचार कर रहे हैं। स्थानीय समुदायों से संभल जिले शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की गई है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो।
निष्कर्ष:
संभल की जामा मस्जिद के सर्वेक्षण से संबंधित विवाद में अभी तक कोई स्पष्ट निष्कर्ष नहीं निकला है। प्राप्त साक्ष्यों का विश्लेषण जारी है, और प्रशासनिक एवं न्यायिक प्रक्रियाएं अपने मार्ग पर हैं। स्थानीय जनता से अनुरोध है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।
			





















		    











