हरियाणा में करनाल। बारिश के मौसम में जिले में डेंगू व मलेरिया का लारवा अपने पैर पसार रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों को जितना मच्छर का लारवा पिछले तीन माह में मिला था, उतना सिर्फ जुलाई के मात्र 14 दिनों में मिल चुका है। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी मलेरिया विंग से जुड़े प्रभारियों को अलर्ट जारी कर दिया है। जिले में जुलाई में 200 से अधिक घरों में मच्छर का लारवा मिला हैं। जिनमें से 164 को नोटिस थमाया जा चुका हैं।अप्रैल से जून में टीमों ने 49,724 घरों में 203 का लारवा मिला था और 138 को नोटिस सौंपा था। वहीं जुलाई के मात्र 14 दिनों में 21 हजार 192 घरों की तलाशी ली। जिनमें 200 से अधिक घरों में डेंगू व मलेरिया का लारवा मिला है। इनमें से विभाग ने 164 मकान मालिकों को नोटिस सौंपा है। वहीं जिले में बढ़ रहे मच्छर के लारवा को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने 20 नए ब्लीडिंग चेकर रख लिए हैं। जिससे जिले में चेकिंग अभियान और घर-घर एंटी मलेरिया गतिविधियां में तेजी आए मलेरिया विभाग की नोडल अधिकारी एवं डिप्टी सीएमओ डॉ. अनु शर्मा ने बताया कि जिले में हुई भारी बारिश के बाद अब शहर व ग्रामीण इलाकों में पानी जगह-जगह ठहरने लगा है। वहीं ग्रामीण इलाकों में ज्यादा मच्छर पैदा हो रहे है। ऐसे में विभाग ने सभी पंचायतों को दिशा-निर्देश दिए है कि जिन पंचायतों को अपने-अपने गांवों में मच्छरों के लिए फोगिंग करवानी है। वे अपने यहां पर फोगिंग व एंटी लारवा गतिविधियां करवा सकता है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर कोई भी पंचायत दवाइयां ले सकती है। मलेरिया विंग से बॉयोलाजिस्ट पिंकी ने बताया कि विभाग की ओर से पूरे साल मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया इत्यादि मच्छरजनित बीमारियों को लेकर गतिविधियां चलती रहती है। जिले में तैनात एमपीएचडब्ल्यू, आशा वर्कर और एएनएम के माध्यम से गतिविधियां करवाई जा रही है। जिले में पिछले पांच साल में 21 केस सामने आए है। इनमें वर्ष 2018 में 17 केस, 2019 में एक केस, 2020 में दो केस, 2021 में शून्य केस और 2022 में एक केस मिला था।जिले में स्वास्थ्य विभाग ने एंटी लारवा गतिविधि बढ़ाने के लिए 20 ब्लीडिंग चेकर रखे जा चुके है। जो अपने क्षेत्रों में एंटी लारवा गतिविधि को अंजाम दे रहे है। प्रत्येक रविवार ड्राई डे मनाने के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है।


































