उन्नाव न्यूज़ उत्तर प्रदेश के उन्नाव मे आज की जनसंख्या को देखते हुए मेडिकल सुवधाए नहीं हे सूत्रो की माने तो लाखो की आबादी हे चिकित्सा सुविधा न के बराबर आज के समय मे बहुत सी बीमारिया ऐसी जिनका अभी इलाज ही नहीं हे ओर हे भी तो बड़े शहरो मे संभाव हे जिले की 31 आबादी होने के बाद भी यहां कैंसर के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। जबकि एक आंकड़े के मुताबिक 40 साल ऊपर उम्र के लगभग हर साल 25 से अधिक लोग कैंसर की चपेट में आ जाते हैं।
जिला अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को प्राथमिक इलाज की भी सुविधा न होने से डॉक्टर उन्हें कानपुर या लखनऊ रेफर कर देते हैं। डाॅक्टरों के अनुसार शरीर के किसी भी हिस्से में असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि कैंसर का कारक हो सकती है। इसके अलावा रसायनों के अधिक संपर्क में रहने के कारण भी कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए शरीर के किसी भी अंग में गांठ होने पर उसकी तुरंत जांच कराए। इसके अलाव लगातार वजन कम होने या बाल झड़ने पर भी जांच करवाना जरूरी है।
सीएमओ कार्यालय में शनिवार को विश्व कैंसर दिवस की पूर्व संध्या पर जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें डॉक्टरों ने विभिन्न प्रकार के कैंसर के विषय पर चर्चा की। एसीएमओ डॉ.नरेंद्र सिंह ने बताया कि शरीर के किसी भी हिस्से में कोई गाठ होने पर उसे नजर अंदाज न करें। समय रहत उसकी जांच जरूर कराए। इसके अलावा उन्होंने बताया कि सही समय पर कैंसर की पहचान ही उसका इलाज है। इस दौरान सीएमओ डॉ. सत्य प्रकाश, एएसीएमओ डॉ. आरके गौतम भी मौजूद रहे।


































