एटा न्यूज़ उत्तर प्रदेश के एटा मे हो या किसी भी शहर मे जितनी जनसंख्या हे उससे दोगुने वाहन हे ईरिक्सा हो या ऑटो टॅक्सी कोई भी वाहन हो थोड़ी जगह मे आ जाते हे इसीलिए ड्राईवर आड़े तिरक्षे लगा देते हे जिससे जाम लगना लाज़मी हे नगर के मुख्य बाजारों में अतिक्रमण व ई-रिक्शाें से दिन में बार-बार जाम से लोगों को जूझना पड़ रहा है। कई बार एसडीएम व संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायती पत्र दिए जा चुके हैं। जिसके बावजूद पालिका व तहसील प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं की गई है। दो माह पूर्व पालिका द्वारा मंडी जवाहरगंज में अतिक्रमणकारियों को नोटिस देकर खानापूर्ति की गई थी, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
नगर में प्रशासन की लापरवाही के कारण शहर के बाजारों में अतिक्रमणकारियों का बोलबाला है। पालिका प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ अभियान कहीं नजर नहीं आ रहा है। शहर के मुख्य बाजार में तो ऐसी कोई भी सड़क नहीं है कि जहां दुकानदारों, रेहड़ी, पटरी व्यवसायियों ने अतिक्रमण नहीं कर रखा हो। मुख्य बाजार आगरा चौराहा से लेकर मंडी जवाहर गंज तक अधिकांश दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानों के आगे तख्त व रेहड़ी आदि लगवाई हुई हैं। नगर के मोहल्ला चिंताहरण गली निवासी गौरव वार्ष्णेय, मनोज, विपिन, कपिल आदि का कहना है कि बाजार में जब भी सामान लेने जाते हैं तो यहां से पैदल निकलना भी दूभर हो जाता है।
आगरा चौराहा, कटरा चुंगी, नाला चौराहा, बडा बाजार, शेरगंज, गांधी चौक तक तो अतिक्रमणकारियों ने सभी हद पार कर दी हैं। स्कूल व काॅलेज की छुट्टी होने के वाद नगर के प्रत्येक चौराहे पर जाम लग जाता है। एक घंटे से ज्यादा का समय जाम खुलने में लगता है। कई वर्ष पूर्व नगर में भारी वाहनों के लिए दिन में नो-एंटी व्यवस्था लागू की गई थी। लेकिन अब इसका पालन नहीं कराया जा रहा है। जिसके चलते नगर में भारी वाहन दिन भर चलते रहते हैं और जाम लगता है।