उत्तर प्रदेश के आगरा में एसएन मेडिकल काॅलेज के वरिष्ठ छात्रावास में जूनियर डाॅक्टर कमल पर हमला बोला गया। चेहरे पर पत्थर से प्रहार किए गए। नाक की हड्डी तोड़ दी गई। हमले में उनकी आंख में भी चोट लगी। छात्रावास के अन्य छात्रों ने उन्हें बचाया। आरोप दूसरे जूनियर डाॅक्टर ललित राज पर ही है। थाना एममए गेट में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पीड़ित के बयान दर्ज किए गए हैं।घटना दो जुलाई की है। जीडीए काॅलोनी, नेहरू नगर, गाजियाबाद निवासी डाॅ. कमल के अनुसार वह रात 11 बजे वरिष्ठ छात्रावास से निकलकर खाना खाने जा रहे थे। प्रथम तल पर कैंसर रोग विभाग के जूनियर डाॅक्टर ललित राज मिला। उन्होंने एक मरीज का इलाज करने जाने के लिए कहा। इस बात पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। आरोप है कि डॉ. ललित राज गाली देने लगे। विरोध पर हमला बोल दिया। धक्का दे दिया। चेहरे पत्थर से प्रहार किया, जिससे नाक की हड्डी टूट गई। खून बहने लगा। आंख में चोट लगी। मारपीट होते देखकर अन्य जूनियर डॉक्टर अपने कक्ष से बाहर आ गए। दोनों को अलग किया। डाॅ. ललित राज जान से मारने की धमकी देकर चले गए। डाॅ. कमल दहशत में हैं। उनका मेडिकल काॅलेज में इलाज कराया गया है। उन्होंने थाना एमएम गेट में तहरीर दी। थानाध्यक्ष एमएम गेट केपी सिंह का कहना है कि पुलिस ने मारपीट, गालीगलौज और जान से मारने की धमकी की धारा में मुकदमा दर्ज किया है। पीड़ित के बयान दर्ज किए गए हैं। मेडिकल रिपोर्ट देखी जा रही है। इधर, डॉ. ललित ने आरोपों को गलत बताया है। प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि इमरजेंसी में मरीज के इलाज के दौरान कैंसर रोग विभाग के जूनियर डॉक्टर डॉ. ललित और डॉ. कमल के बीच कहासुनी हो गई थी। साथियों ने समझाकर शांत करा दिया। अगले दिन हॉस्टल में दोनों फिर आमने-सामने आ गए। उनमें मारपीट हुई। मामले की आंतरिक जांच के लिए प्रोक्टोरियल बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. टीपी सिंह के नेतृत्व में समिति भी बना दी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही हे


































