उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में आईजीआरएस पोर्टल पर आई शिकायतों के निस्तारण के मामले में कानपुर जिला प्रशासन ने तेजी दिखाई है। इससे सूची में भी 27 सीढ़ियों की छलांग लगी है। मई में कानपुर नगर 75वें स्थान पर था अब जून में सुधार करते हुए 130 में से 113 अंक हासिल कर 48वें पायदान पर जगह बनाई है। हालांकि अभी भी वह बुंदेलखंड व आसपास के क्षेत्र के जालौन, बांदा, महोबा, फतेहपुर, फर्रुखाबाद, कानपुर देहात, इटावा, हमीरपुर, उन्नाव से पीछे है। आईजीआरएस पोर्टल पर जनता की ओर से राजस्व, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, नगर विकास, कृषि, पशुपालन सहित अन्य विभागों व सेवाओं से जुड़ी समस्याएं ऑनलाइन दर्ज की जाती हैं। शिकायतकर्ता शिकायत के निस्तारण पर संतुष्ट या असंतुष्ट होने का फीडबैक भी देते हैं। राजस्व विभाग की ओर से समस्याओं के निस्तारण के आधार पर हर महीने रैंकिंग की जाती है। जून महीने की समीक्षा में अमरोहा जिला 130 में से 127 अंक प्राप्त प्रथम स्थान पर रहा है। हरदोई और बहराइच 126 अंक प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहे हैं। बागपत, जालौन और कुशीनगर 120 में से 116 अंक प्राप्त कर चौथे स्थान पर, बरेली, शाहजहांपुर 130 में से 125 अंक प्राप्त कर सातवें स्थान पर रहे हैं। बांदा, झांसी, महोबा और रायबरेली 130 में से 124 अंक प्राप्त कर दसवें स्थान पर रहे हैं। आईजीआरएस पोर्टल पर पुलिस से जुड़ी समस्याओं के समाधान में कमिश्नरी पुलिस, कानपुर देहात, बांदा और इटावा जैसे जिलों से काफी पीछे रह गई। गुरुवार को शासन की ओर से जारी रैंकिंग में कानपुर कमिश्नरी शिकायतों के समाधान के मामले में 30 वें स्थान पर रही। वहीं, कमिश्नरी वाले जिलों की सूची में कोई सुधार नहीं हुआ और मई की ही तरह जून में भी वह तीसरे स्थान पर रही। कमिश्नरी पुलिस को कुल 115 अंकों में से 113 अंक मिले। वहीं, कानपुर देहात, बांदा, इटावा, मुजफ्फरनगर, अमरोहा, श्रावस्ती को शत प्रतिशत अंक मिले। इन जिलों ने आपराधिक मामलों में त्वरित कार्रवाई कर जनता को समयबद्ध राहत दिलाकर पहला स्थान प्राप्त किया है। वहीं, लखनऊ, प्रयागराज, हापुड, बस्ती, फतेहपुर और मेरठ पुलिस फिसड्डी रही है।


































