औरैया समाचार उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में सर्दी के मौसम में निमोनिया और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसका मुख्य कारण कम पानी पीना है। डॉक्टरों के अनुसार ठंड के दिनों में कम पानी पीना सेहत के लिए नुकसानदायक है। इससे रक्त गाढ़ा हो जाता है। धमनियों में थक्का जमने से स्ट्रोक का खतरा और बढ़ जाता है। जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी में सर्दी शुरू होते ही उल्टी, दस्त , शरीर के एक हिस्से में सुन्नपन आदि के मरीज बढ़ने लगे हैं। जिला अस्पताल में रोजाना औसतन 800 मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें 120 मरीज उल्टी, दस्त, कोल्ड डायरिया से पीड़ित मरीज फिजीशियन के पास पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार सर्दी के मौसम में लोग पानी पीना कम कर देते हैं।
इससे बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। कम पानी पीना सेहत के लिए काफी नुकसानदायक है। इससे डिहाइड्रेशन की परेशानी हो सकती है। इसके अलावा धमनियों में रक्त का थक्का जमने से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए गुनगुना पानी पीते रहना चाहिए। वहीं किसी प्रकार का नशा सेवन भी छोड़ना होगा। धुम्रपान अधिक करने पर सर्दी में हार्ट अटैक का जोखिम ज्यादा होता है। सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द होना, उल्टी होना, जी मिचलाना, दस्त होना, सिर दर्द होना, कमजोरी महसूस होना थोड़ी-थोड़ी देर में गुनगुना पानी पीते रहें, धुम्रपान सेवन बिल्कुल बंद कर दे,
तली-भुनी चीजों से परहेज करें, ठेले पर बिकने वाले कटे फल न खाएं, सर्दी से बचाव करें व पूरी बाह के गर्म कपड़े पहने। फिजीशियन डॉ.कौशलेंद्र प्रकाश ने बताया कि सर्दी के मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को अधिक खतरा रहता है। इसके अलावा सभी लोगों को बचाव जरूरी है। गर्म कपड़े पहनने के साथ शरीर में पानी की कमी न हाेने दें। उल्टी और दस्त होने पर बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा न लें।


































