उत्तर प्रदेश के मथुरा।वृंदावन। गंगा दशहरा पर यमुना के घाटों पर स्नान को उमड़ने वाली भीड़ नदी में गिर रहे नाले के पानी के साथ डुबकी लगाएगी। शहर का गंदा पानी नालों के जरिये यमुना में जा रहा है। अफसोस इस बात का है कि पर्व पर भी निगम ने नालों को बंद नहीं किया तो वहीं केसीघाट को छोड़ अन्य घाटों पर कोई इंजताम भी नहीं किए हैं।गंगा दशहरा पर यमुना स्नान के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। स्नान के बाद मंदिरों में जाकर दर्शन करते हैं। सुबह से ही भक्तों का जमावड़ा घाटों पर दिखाई देने लगेगा।नगरनिगम ने पर्व के मद्देनजर पूरी तैयारी नहीं की है। केवल केसीघाट पर बैरिकेडिंग की है, चेंजिंग रूम बनाया है, जबकि चीर घाट, गोविंद घाट, शृंगार घाट आदि पर यह व्यवस्था नहीं की गई है। उन घाटों पर स्नानार्थियों और नौका विहार के लिए आने वाले लोगों की संख्या खूब है। सोमवार को यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर आचमन किया। नौका विहार किया। अपने साथ लाए लड्डू गोपालजी को भी स्नान कराया। केसीघाट समेत चीर घाट पर चार नालों का पानी यमुना में गिर रहा है, केवल कूड़ा कचरा रुक रहा है जबकि सीवर का पानी बिना संशोधित हुए यमुना में जा रहा है। उसी के पास लोग स्नान करने को मजबूर हो रहे हैं। सोमवार को महापौर विनोद अग्रवाल ने भी वृंदावन में काफी समय बिताया, लेकिन यमुना में बहते नाले दिखाई नहीं दिए।


































