उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में सहायल थाना क्षेत्र के लहरापुर में एक बच्चे को कुत्ते ने काट लिया लेकिन घरवालों ने इलाज के बजाय तंत्र मंत्र झाड़फूंक में पड़ गए बच्चे को रैबीज का इंजेक्शन नहीं लगवाया कुछ दिन बाद बच्चे की तबियत बिगड़ने लगी और उन लापरवाह माँ बाप ने अपने बच्चे को खो दिया आज के समय में भी लोग अन्धविश्वास में भरोसा करते है बताया जा रहा है कि गांव टिढ़वा निवासी दिनेश कुमार का 11 वर्षीय पुत्र यश बाबू चार फरवरी को घर के बाहर खेल रहा था। इसी बीच किसी कुत्ते ने काट लिया। परिजन उसकी झाड़-फूंक कराने लगे। आराम मिलने की संभावना देख, वह यश बाबू का उपचार कराना भूल गए। यहां तक कि एंटी रेबीज का इंजेक्शन तक नहीं लगाया। 20 मार्च को अचानक यश की हालत बिगड़ी। वह परिजनों को काटने की हरकतें करने लगा। इस पर उनके होश उड़ गए। परिजन यश को लेकर चिचौली पहुंचे। यहां से उसे हैलट रेफर कर दिया गया। वहां शुक्रवार शाम उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। शनिवार को शव गांव आने पर अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, जानकारी पर परिजन सीएचसी सहार पहुंचे। वहां उन्हें एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगाया गया।कुत्ते के काटने के एक माह बाद बच्चे की मौत हो गई है। बच्चे को एंटी रेबीज का इंजेक्शन नहीं लगवाया गया था। शनिवार को परिजनों को वैक्सीन लगवा दी गई है। अब परिजन अपनी लापरवाही पर खुद को कोश रहे हैं। हालांकि, जानकारी होने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से परिजनों को एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगवाया गया है।क्योकि बच्चा सभी लोगो के बीच में रहा इसीलिए बाकी और लोगो को कोई दिक्कत न हो


































