मध्यप्रदेश के इंदौर में मंगलवार को दिनभर शहर के रावणों को देखने के लिए भीड़ उमड़ती रही। कहीं किसी रावण की ड्रेस बेहद आकर्षक थी तो कही पर किसी रावण की आवाज ने लोगों को चौंकाया। दिनभर लोग बच्चों और परिवारों के साथ रावणों को देखने के लिए सैर सपाटा करते रहे। शाम सात बजे के बाद शहर के प्रमुख रावणों का दहन कार्यक्रम शुरू हुआ। दशहरा मैदान पर रावण का दहन शाम 7 बजकर 10 मिनट पर हुआ। यह रावण 15 सेकंड में जलकर खाक हो गया। यहां पर रावण की ऊंचाई 111 फीट थी। इसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। यह शहर का सबसे प्रमुख रावण दहन कार्यक्रम होता है। चिमनबाग रावण दहन समिति में रावण के सिर एक एक करके अलग हुए। यहां के अनिल यादव ने बताया कि इस बार 101 फीट का रावण बनाया गया था। इसके साथ ही ढाई सौ फीट लंबी लंका भी बनाई गई। खास बात यह कि इस बार दशानन का एक-एक सिर आतिशबाजी से अलग किया गया। इस बार रावण की मुद्रा हाथ में गदा लिए बनाई गई थी। उषागंज, छावनी रावण दहन में रावण पटरी सिस्टम से आगे पीछे चला और रामजी को खोजता रहा। लोगों के मनोरंजन के लिए इस बार रावण ने खुद आतिशबाजी भी की। बिजली सिस्टम के तहत उसने बार-बार गिरगिट की तरह रंग भी बदला।


































