वाराणसी समाचार उत्तर प्रदेश के वाराणसी मे कैंट रेलवे स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के लिए पहली बार एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का इस्तेमाल किया जाएगा। इस दिशा में तैयारियां चल रही हैं। मकर संक्रांति से इसका ट्रायल भी शुरू हो जाएगा। सफल परीक्षण के बाद अन्य रेलवे स्टेशनों पर भी इसे लागू कराने की तैयारी है। मकर संक्रांति और अन्य अवसरों पर कैंट रेलवे स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन की तैयारियों में रेल प्रशासन जुटा हुआ है। आपात स्थिति से निपटने के लिए एआई से भीड़ को नियंत्रित किए जाने पर सहमति बनी है। प्रयागराज में माघ मेला की भीड़ से काशी भी पटी रहती है। संगम स्नान करने वाले काशी में गंगा स्नान करने भी आते हैं। मकर संक्रांति पर पूर्वांचल समेत बिहार-झारखंड से आने वाले स्नानार्थियों की भीड़ और प्रयागराज से पलट प्रवाह से कैंट रेलवे स्टेशन पर पैर रखने तक की जगह नहीं होती है।
उत्तर रेल अधिकारियों के अनुसार मकर संक्रांति पर उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए श्रद्धालुओं को सर्कुलेटिंग एरिया में ही रोका जाएगा। ट्रेनें, जब प्लेटफाॅर्म पर आने वाली होंगी, तभी यात्रियों को प्लेटफाॅर्मों पर जाने दिया जाएगा। सीसी कैमरे भी दुरूस्त कराए जा रहे हैं। आरपीएफ, जीआरपी के अलावा सिविल पुलिस की भी तैनाती होगी। स्टेशन डायरेक्टर गौरव दीक्षित ने बताया कि भीड़ की निगरानी के लिए मिनी कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। आरपीएफ और कमर्शियल विभाग के कर्मचारी तैनात रहेंगे। इसके अलावा परिचालन विभाग को भी निर्देशित किया गया है कि भीड़ के दौरान प्लेटफाॅर्मों को न बदला जाए। कैंट स्टेशन स्थित डीलक्स यात्री हाॅल के जनरल काउंटर की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
ताकि श्रद्धालुओं को टिकट लेने में ज्यादा देर तक लाइन न लगाना पड़े। सभी एटीवीएम भी चालू रहेंगे। छठ पूजा की तर्ज पर कैंट स्टेशन समेत अन्य स्टेशनों पर यात्रियों की सहायता के लिए हेल्प डेस्क भी बनाई जाएंगी। बलिया, मऊ, गाजीपुर समेत बिहार को जोड़ने वाले छपरा, बक्सर आदि जनपदों से कैंट, बनारस और वाराणसी सिटी के बीच माघ मेला स्पेशल ट्रेनें भी पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल शुरू कर रहा है। बनारस से होकर प्रयागराज रामबाग तक इन ट्रेनों का संचालन होगा। पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि जल्द ही माघ मेला स्पेशल ट्रेनों का शेड्यूल जारी किया जाएगा।
तेज इंटरनेट स्पीड, सर्विलांस सीसी कैमरे से लैस कंट्रोल रूम में बेहतर साॅफ्टवेयर के जरिये वीडियो, फोटो का रियल टाइम डाटा इकट्ठा होगा। भीड़ की निगरानी हो सकेगी, कंट्रोल रूम से यह भी मालूम चलेगा कि किस तरफ भीड़ को डायवर्ट करना है। भीड़ का सटीक आंकड़ा मिल सकेगा कि कितने यात्रियों ने आवाजाही की है। किसी भी संदिग्ध को भी आसानी से ट्रैक कर सकेंगे। कोई यदि एक ही जगह पर कई घंटे से है या उस परिधि में ही घूम रहा है तो उसकी गतिविधियां भी आसानी से मालूम हो सकेंगी।


































