उत्तर प्रदेश के`कानपुर जिले में सात जन्मों तक का साथ निभाने का वायदा करने वाले नवदंपति के रिश्तों की डोर 70 दिन में ही टूट गई। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शुभम की गोली मारकर हत्या कर दी गयी आतंकियों के सामने पत्नी ऐशन्या अपने सुहाग को बचाने के लिए कुछ नहीं कर सकी। पति शुभम को छोड़ने के लिए हाथ जोड़े लेकिन दहशत के कारण मुंह से शब्द न निकल सके। आंखों के सामने पति की गोली मारकर हत्या देख आंखें फटी की फटी रह गईं। शुभम की हत्या के बाद से ऐशन्या और मां सीमा बदहवास हैं। दो महीने दस दिन बाद भी ऐशन्या के हाथों की मेहंदी अभी तक नहीं मिटी थी। पिता संजय और वहां मौजूद अन्य परिजन लगातार उन लोगों को हिम्मत दे रहे हैं।
आर्मी के अधिकारियों ने श्रीनगर में एक होटल में मौजूद परिवार को पूरी मदद का आश्वासन दिया है। शुभम की हत्या की जानकारी जैसे ही गांव पहुंची, परिवार में चीखपुकार मच गई। श्रीनगर से हत्या की जानकारी होते ही मृतक के चाचा मनोज द्विवेदी ने गांव में रह रहे पारिवारिक लोगों को जानकारी दी। गांव के पुशतैनी घर में तो सन्नाटा पसरा था, लेकिन इस घटना से हर कोई बेहद दुखी था। घटना की जानकारी पाकर काफी लोग श्यामनगर घर पहुंच गए। श्यामनगर स्थित संजय द्विवेदी के ड्रीमलैंड अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 201 में सन्नाटा पसरा हुआ है।
वहीं, उनके भाई मनोज के कुछ दूरी पर स्थित विनायत इन्कलेव में रिश्तेदारों के साथ क्षेत्र के लोग पहुंच गए। सभी वहां पूरे घटनाक्रम के बारे में चर्चा करते रहे। घर की गमगीन महिलाएं रोती बिलखती रहीं। श्रीनगर से फोन की घंटी बजते ही लोग चौंक जाते हैं। हर कोई परिवार को ढांढस बंधाता नजर आया। वहीं इलाके में भी जगह-जगह लगी लोगों की भीड़ इसी घटना की चर्चा करती रही। परिजनों का रोरोकर बुरा हाल है फिलहाल
पुलिस मामले की जांच की जा रही है।

































