हाल की वैश्विक उन्नत घटनाओं में, इस्राइल की “Operation Rising Lion” नामक वायु हमले ने ईरान के न्यूक्लीयर और सैन्य ढांचे को निशाना बनाया। इसके तुरन्त बाद ईरान ने “Operation True Promise III” के तहत 150+ बैलिस्टिक मिसाइलें व 100+ ड्रोन इस्राइल की ओर दागे, जिसमें तीन नागरिक शहीद व दर्जनों घायल हुए (en.wikipedia.org)।
यह सीधी लड़ाई, जो अब तक परोक्षProxy युद्ध थी, सीधे तौर पर इंगित करती है कि संवाद अब टकराव में बदल चुका है। लेकिन क्या यह WWIII के संकेत देता है? इस आर्टिकल में हम संभावनाओं, ठोस तथ्यों, जांच विषयों, भविष्यवाणियों और राजनैतिक बयानों की चौताल करेंगे।
a) पूर्ण युद्ध और वैश्विक पहलू
- इस्राइल की ऑपरेशन वर्तमान में “क्षणिक” रणनीति है: न्यूक्लियर क्षमताओं को क्षति पहुंचाना और सेना को अलग करना ।
- ईरान के पास बैलिस्टिक मिसाइलें और क्षेत्रीय प्रॉक्सीज (लेबनानी हिज़्बुल्लाह, यमन के हूती, इराकी मिलिशिया) हैं, जो इस प्रणाली के माध्यम से व्यापक प्रतिक्रिया दे सकते हैं ।
b) सीमित युद्ध या भय दिखाना
- विशेषज्ञों का अनुमान है कि ईरान शुरुआत में केवल सामरिक हमलों का प्रयोग कर सकता है—सिमित, लेकिन प्रभावशाली जैसे तेल टंकी पर हमला, शिपिंग चैनल को निशाना बनाना आदि ।
- तो यह WWIII की राह या नहीं? मर्म यही है— WWIII तभी होगा जब अमेरिका, रूस, चीन आदि शामिल हों। अभी के तक कोई फैसला नहीं हुआ।
2. तथ्य (Facts)
• इस्राइल ने उड़ाए –
- 200+ लक्ष्य (Natanz, Fordow, सैन्य कमांड), जिसमें IRGC के वरिष्ठ कमांडर शामिल हुए (thetimes.co.uk)।
- Process: एयर प्लान + मिसाइल हमला, नागरिक नुक़सान भी दर्ज हुआ।
• ईरान का एंट्री –
- 150+ मिसाइल + 100+ ड्रोन, हालांकि अधिकांश खारिज हुए लेकिन कुछ सीधे आक्रमणों ने नागरिकों की जान ली ।
- ईरान के सुप्रीम नेता खोमैनी ने कहा, “इस्राइल को कड़वी और दर्दनाक सजा मिलेगी” (aljazeera.com)।
• अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया –
- अमेरिका ने इस्राइल कीतः ✦कदम को आत्मरक्षा कहा, ✦पृष्ठभूमि में मिसाइल इंटरसेप्ट करने दिए, पर था “नहीं शामिल” ।
- चीन, रूस, यूरोपीय देश और संयुक्त राष्ट्र ने शांति की अपील की ।
• आर्थिक असर –
- तेल की कीमतों में तेज़ उछाल, एयरस्पेस बंद होने व शिपिंग रूट प्रभावित हुए ।
जांच (Investigation)
- UN सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई ।
- IAEA पर प्रतिबंध फिर से कायम हो सकते हैं—IR की परमाणु गतिविधियों की जांच तेज़ होगी ।
- अमेरिका-ईरान डिप्लोमैसी रूकी हुई—अगली वार्ता ओमान में स्थगित हुई (theguardian.com)।
भविष्यवाणियाँ (Predictions)
♦ विशेषज्ञों का अनुमान:
- Atlantic Council: संघर्ष अब प्रारंभ, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय दबाव जल्द शांति ला सकता है (reuters.com)।
- Foreign Policy (CSIS): “इजराइल-ईरान युद्ध अभी शुरूआती चरण में है; हफ्तों-न महीनों तक खींच सकता है” ।
- दिलचस्प बात: अमेरिकी अधिकारी ने कहा — “यह सबसे अधिक खतरनाक समय छठे दशक में” (reuters.com)।
♦ ईरान के ऑप्शन:
- मास्सिव फायरपावर स्ट्राइक (क्रूज़ + बैलिस्टिक मिसाइल + ड्रोन) चुन सकता है ।
- प्रॉक्सी युद्ध में, आक्रमण सीमित हो सकते हैं—फिर भी संयम से हमले हो सकते हैं ।
राजनैतिक उद्धरण (Quotes)
- अली ख़ामेनी (ईरान):
“इस्राइल को कड़वी और दर्दनाक सजा मिलेगी… हम इसे बख्शेंगे नहीं”
- नटanyahu (इजराइल):
“हम तब तक वार करेंगे जब तक यह आतंक का स्रोत न समाप्त हो जाए”—Operation Rising Lion (vox.com, thetimes.co.uk)
- अमेरिकी राजनयिक (नाम नहीं):
“यह समय सबसे अधिक गंभीर है … WWIII की चिंता हो सकती है” (m.economictimes.com)
तीसरे विश्व युद्ध की राह?
| कारक | विवरण |
|---|---|
| आवेश | अमेरिका अभी सक्रिय रूप से शामिल नहीं हुआ |
| रूस/चीन | फिलहाल न उनकी त्वरित प्रतिक्रिया, न कोई रुख |
| Proxy नेटवर्क | हिज़्बुल्लाह, हूती, मिलिशिया सक्रिय पर सीमित |
| विभाजन | वैश्विक असेम्बली शांति का आग्रह कर रही है |
यह WWIII नहीं, बल्कि तीजग़्रेडीय मध्यपूर्व संघर्ष है—परंतु यह वैश्विक राजनीति में चीजों को बदल सकता है।
- यह चरण पूर्ण युद्ध नहीं, बल्कि सीधी टक्कर है।
- हालांकि ईरान की प्रत्युत्तर क्षमता बनी हुई है, अमेरिका समेत अन्य वैश्विक शक्तियाँ अभी प्रत्यक्ष रूप से नहीं जुड़ी हैं।
- लेकिन तेल, शिपिंग, न्यूक्लीयर रैस, राजनीतिक विभाजन—ये सभी वैश्विक जोखिम को दर्शाते हैं।
- यदि अमेरिका, रूस या चीन सक्रिय रूप से इसमें शामिल होते हैं, तब ही WWIII का खतरा बढ़ सकता है।
- फिलहाल, यह मध्यपूर्वीय संकट है—भारी लेकिन सीमित राष्ट्रों तक।
अगले कदम
- गीतवार्ता: चीन, रूस, ईयू स्थित दो ‑ तीन प्रस्ताव देगा।
- IAEA जांच: प्रतिबंध और निगरानी को बढ़ावा मिलेगा।
- संयुक्त राष्ट्र: शांति प्रस्ताव, सशर्त समझौते पर जोर।
- स्थानीय Proxy हमले: संभव—लेकिन फिलहाल नियंत्रित।


































