एटा समाचार उत्तर प्रदेश के एटा मे जवाहरपुर तापीय परियोजना में बिजली उत्पादन लय नहीं पकड़ पा रहा। पिछले सप्ताह इसे 350 मेगावाट तक तो पहुंचा लिया गया। पूरी क्षमता यानी 660 मेगावाट उत्पादन लगातार तीन दिन तक किया जाना है। इससे इकाई को औपचारिक रूप से संचालित माना जाए। परियोजना में 660 मेगावाट की एक इकाई तैयार हो चुकी है और इसके ट्रायल भी हो चुके हैं। इतनी ही मेगावाट की दूसरी इकाई के ट्रायल के लिए काम चल रहा है। फिलहाल परियोजना अधिकारियों का फोकस पहली इकाई का विद्युत उत्पादन पूरी क्षमता तक ले जाने पर है। इसमें 660 मेगावाट बिजली रोजाना तीन दिन तक बनती रहेगी,
तभी इसका व्यवसायिक उत्पादन माना जाएगा। इसके लिए अफसर लगातार कोशिशों में जुटे हैं। लेकिन लगातार आ रही खामियां व्यवधान पैदा कर रही हैं। ट्रायल के समय जहां अधिकतम उत्पादन 150 मेगावाट था। पिछले सप्ताह यह बढ़कर 350 मेगावाट तक जा चुका है। इसी दौरान इकाई में कुछ तकनीकी खामी आ गई, जिससे उत्पादन ठप हो गया। इसको दुरुस्त करने के लिए इंजीनियर लगातार काम कर रहे हैं।
परियोजना के अधिशासी अभियंता मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अधिकतम लोड 350 तक पहुंच चुका है। प्रयास किया जा रहा है कि तीन दिन तक फुल लोड के साथ उत्पादन कर लिया जाए। जिससे इकाई को कॉमर्शियल लोड पर घोषित कर दिया जाएगा। फिलहाल कुछ तकनीकी समस्याएं आ गई हैं, जिन्हें दूर कराया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही हे


































