उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में फफूंद कस्बे के मोहल्ला ताहरपुर निवासी महेश बहेलिया की पत्नी सुशीला (30) गर्भवती थीं। गुरुवार दोपहर प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उसे अछल्दा चौराह पर स्थित साईं मेडिकल स्टोर के अंदर चल रहे एक झोलाछाप के अस्पताल में डिलीवरी को ले गए। वहां पर मौजूद स्टाफ ने महिला के पति महेश से सात हजार रुपये जमा कराए और उसकी डिलीवरी के प्रयास शुरू किए। इसी बीच महिला को रक्तस्राव शुरू हो गया। अधिक रक्तस्राव से उसकी हालत बिगड़ गई। फफूंद। कस्बा के एक अस्पताल में प्रसव के दौरान एक प्रसूता की हालत बिगड़ गई। नाजुक हालत देख फौरन अस्पताल स्टाफ उसे लेकर अकबरपुर भागे। रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।
बाद में अस्पताल स्टाफ ने महिला के पति को शव के साथ एंबुलेंस से वापस भेज दिया और पूरा स्टाफ भाग निकला। आनन फानन अस्पताल स्टाफ ने निजी गाड़ी मंगाई और महिला की अकबरपुर ले गए, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। बाद में स्टाफ ने एक एंबुलेंस से शव के साथ उसके पति को फफूंद भेज दिया और फरार हो गए। मौत की खबर पाकर परिजन भी पहुंच गए और अस्पताल स्टाफ पर कार्रवाई की मांग कर हंगामा करने लगे।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझाकर मामला शांत कराया। बाद में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम्म्को भेजा।परिजन कार्रवाई की मांग कर हंगामा करने लगे। जानकारी पाकर पहुंची पुलिस ने परिजनों ने समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को भेजा। तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। फ़िलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है