उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में भारत रत्न पूर्व पीएम अटल सरकार में कानपुर-इटावा हाईवे स्वीकृत हुआ था। शुरुआती दिनों में गांवों के सामने हाईवे पर छोटे-छोटे कट बनाए गए थे। ताकि ग्रामीण आसानी से हाईवे पार कर अपने गंतव्य तक पहुंच सके। लेकिन तेज रफ्तार वाहनों के संचालन में रुकावट और हादसे होने से थोड़े समय बाद ही इन कटों को बोल्टर रखकर बंद कर दिया गया।जैतापुर गांव के प्रधान अभिषेक यादव ने बताया कि हाईवे पर जनेतपुर के सामने बने संपर्क मार्ग से करीब 25 गांवों के लोग आवागमन करते हैं। इनमें सर्वाधिक संख्या किसानों की है। अनाज बेचने या खाद बीज के लिए अक्सर उनका आना जाना होता है। ऐसे में हाईवे पर कट न होने से उन्हें जान जोखिम में डालकर सर्विस रोड की विपरीत दिशा से शहर तक जाना पड़ता है। इससे हादसे होते हैं।
इस संबंध में उनके द्वारा अफसरों, हाईवे प्रबंधन व सांसद को शिकायती पत्र दिए गए। लेकिन इस संबंध में आज तक किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई।औरैया। दिल्ली से कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 (अब 19) करीब 100 गांवों के ग्रामीणों को जख्म दे रहा है। हाईवे अथॉरिटी ने कानपुर-इटावा राष्ट्रीय राजमार्ग तो बना दिया, लेकिन हाईवे पर पड़ने वाले गांवों तक आने-जाने के रास्तों पर ध्यान नहीं दिया। न तो गांवों के सामने अंडरपास बनाए गए और न ही कोई कट।इससे लोगों को हाईवे पार कर घर या खेतों पर पहुंचना जोखिम भरा है। लोग अक्सर हादसे का शिकार होते हैं। यही नहीं गांवों तक पहुंचने को करीब दस किमी का लंबा चक्कर भी लगाते हैं। कई सालों से प्रधान और ग्रामीण हाईवे प्रबंधन व नेताओं से कट बनाने की मांग करते आए। लेकिन किसी ने भी उनका दर्द नहीं समझा।
अब हालात यह हैं कि कानपुर देहात की सीमा पर बसे महटौली से भाऊपुर, जैतापुर, जनेतपुर में बने संपर्क मार्गों तक पहुंचने के लिए शहर के दयालपुर या खानपुर अंडर ब्रिज से होकर ही जाना पड़ता है। इससे करीब 10 किमी का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ता है। बाइक व कार सवारों को अधिक फ्यूल खर्च करना पड़ता है तो साइकिल सवारों को पसीना बहाना पड़ता है। हालात यह कि डिवाइडर बनने से पैदल निकलना तक संभव नहीं है और लोगों को ऑटो के सहारे घूमकर किराया देकर आना जाना पड़ता है।इन गांवों के लोग हैं प्रभावित
जैतापुर, जनेतपुर, सुरान, राहतपुर, महटौली, रहट पुरर्वा, गाजीपुर, भरसेन, भाऊपुर, भड़ारीपुर, नंदपुर, भगौतीपुर सरैया, क्योंटरा, नंदगांव, मिर्जापुर, कूम्हापुर, सुंदरीपुर, लुहियापुर, चमरौआ, पातेपुर, जरुहौलिया, भैरोपुर, आनेपुर, खरका, भीखापुर, रौतियापुर, मधूपुर, चिरहूली, मिहौली, शहाब्दा, समरथपुर, सलैया, बकरिया, तिलकपुर, निगड़ा,पन्हर, मुढ़ी आदि।