उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में बिधूना। चिरकुआ और आईटीआई के बीच स्थित नाले में बरामद हुए शव की 13वें दिन शिनाख्त हो सकी है। भाई ने उसकी पहचान राजमिस्त्री रामपाल के रूप में की है।बताया जा रहा है कि 13 दिन बाद मंगलवार को परिजनों ने थाने पहुंचकर फोटो के आधार पर उसकी शिनाख्त रुरुकलां निवासी राजमिस्त्री रामपाल (40) के रूप में की।
रुरुकलां निवासी लक्ष्मी नारायण ने बताया कि उसका भाई रामपाल 12 जून को सुबह आठ बजे घर से गांव के ही एक युवक के साथ रठगांव में मकान निर्माण के लिए गया था। मां राममूर्ति ने बताया कि गांव का एक युवक बेटे रामपाल को आठ दिन के काम के लिए ले गया था। जब आठ दिन बाद रामपाल घर नहीं लौटा तो उन्होंने 21 जून को युवक से संपर्क किया। युवक ने 22 जून को घर आकर बताया कि उसने रामपाल को काम के बाद 12 जून को ही बिधूना के पेट्रोल पंप के पास छोड़ दिया था।
परिजनों ने गांव के ही एक युवक पर हत्या कर शव फेंकने की आशंका जताई है। पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट न होने पर पुलिस अब उसका विसरा लैब भेजने की तैयारी में है। कोतवाली इलाके में 12 जून को पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर नाले से एक युवक का शव बरामद किया था। पहचान न होने पर शव चिचौली स्थित मोर्चरी रखा गया था। पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से शिनाख्त कराने प्रयास किया, लेकिन कुछ पता न चलने पर पोस्टमार्टम के बाद शव का यमुना किनारे अंतिम संस्कार करा दिया था।
मामले में परिजनों के संदेह पर गांव के आरोपी युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया और उससे पूछताछ शुरू कर दी। पुलिस पेट्रोल पंप के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है।पोस्टमार्टम में चोट के निशान नहीं मिले। विसरा को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। फ़िलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है
			





















		    











