उत्तर प्रदेश के इटावा मौसम में होने वाले उतार चढ़ाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। उमस भरी गर्मी के दौरान बारिश या बूंदाबांदी होने के बाद लोग बीमार हो रहे हैं। इस वजह से जिला अस्पताल में पेटदर्द, सिरदर्द, घबराहट होने, डायरिया, खांसी, बुखार, त्वचा आदि के मरीज कम नहीं हो रहे हैं। डॉक्टरों के पास मरीजों के पहुंचते ही वह कई जांचें लिख देते हैं जिससे मरीजों को कराकर अगले दिन जांच रिपोर्ट दिखाने आ रहे हैं। इस वजह से पैथोलॉजी पर खून की जांच कराने के लिए मरीज लाइन लगाए खड़े रहे। डॉ.शांतनु निगम ने बताया कि मौसम ठंडा और गर्म होने अथवा बासी खाना खाने की वजह लोग बीमार पड़ रहे हैं। गन्ना का रस, खुले अथवा कटे खाद्य पदार्थ का सेवन करने से लोगों को बचना चाहिए। बीमार न हों इस पर अपनी सेहत पर ध्यान देना होगा। अब तो शादी विवाह का दौर भी नहीं है। जहां तक ताजा खाना खाएं, ज्यादा देर तक रखा कटा फल खाने से बचें। बारिश का मौसम चल रहा है। जब भी कोई भी खाद्य पदार्थ खाएं साबुन से हाथ धोकर ही खाए। कहा कि बारिश के मौसम में त्वचा रोग ज्यादा हो जाते हैं ऐसी स्थिति में साफ और सूखे कपड़े पहनें। बारिश में भीगने के बाद ज्यादा देर तक भीगे कपड़े न पहने रहें। उन्हें तुरंत उतार शरीर को साफ कर कपड़े पहनें।


































