उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शहर में खाद्य आपूर्ति विभाग ने निरस्त दो दर्जन से अधिक राशन दुकानों का आवंटन कर दिया है। वहीं, कोरम पूरा न होने से चार दुकानों का आवंटन अभी रुका है।इससे इन गांवों के उपभोक्ताओं को राशन के लिए दूसरे गांवों की दौड़ लगानी पड़ रही है। राशन वितरण में अनियमितताओं और उपभोक्ताओं से बदसलूकी के मामलों में जिले में करीब दो साल में 24 से अधिक दुकानें निरस्त की गई थीं।डीएसओ ने बताया कि जिले में राशनकार्डों की केवाईसी का अभियान चलाया जा रहा है। अभी शासन से इसकी अंतिम तारीख 30 जून रखी गई है। अगर तिथि न बढ़ाई गई तो यह कार्य इसी माह समाप्त हो जाएगा। इसके बाद अपात्र राशनकार्ड निरस्त करने का अभियान चलाया जाएगा।
डीएसओ ने बताया कि सरकार की मंशा के तहत जिले में राशन कार्ड बनाने का अभियान चल रहा है। अपात्रों के निरस्त राशनकार्डों के आधार पर ही पात्रों के नए राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं। इसमें दिव्यांगों व विधवाओं को विशेष वरीयता दी जा रही है। डीएसओ ने बताया कि केवाईसी के बाद ऐसे लोगों का भी सर्वे कराया जाएगा। जो अभी पात्र गृहस्थी में दर्ज हैं। मगर वह अंत्योदय की श्रेणी में आ सकते हैं। सर्वे में मानक पूरे होने पर उन्हें अंत्योदय में समाहित किया जाएगा।
जिला पूर्ति अधिकारी राजेश कुमार के मुताबिक जुलाई 2024 से इन निरस्त दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि अब तक 20 के आसपास दुकानों को समस्या निवारण के बाद बहाल कर दिया गया। कुछ जगह नए लोगों को दुकानें आवंटन कर दी गई। अभी चार दुकानों का आवंटन कोरम पूरा न होने कारण निरस्तीकरण खत्म नहीं हुआ है, इनमें टीकमपुर, महाराजपुर, फरिहा और बमुरीपुर शामिल हैं। इन दुकानों के आवंटन के लिए गांव पंचायत की खुलीं बैठकों का आयोजन किया गया था, लेकिन कोरम पूरा न होने से इनका आवंटन नहीं हो सकाडीएसओ ने दावा किया कि जुलाई माह के मध्य तक इन चारों दुकानों का भी खुली बैठक में कोरम पूरा कराकर आवंटन कर दिया जाएगा।


































