क्या आने वाले 5 सालों में गूगल पर रैंकिंग और SEO का महत्व खत्म हो जाएगा?
उत्तर: नहीं, पूरी तरह खत्म नहीं होगा — लेकिन इसका स्वरूप ज़रूर बदल जाएगा।
SEO यानी “Search Engine Optimization” का मूल उद्देश्य है – किसी वेबसाइट को सर्च इंजन (जैसे Google) में बेहतर स्थान पर लाना ताकि ट्रैफिक बढ़े। लेकिन बदलते टेक्नोलॉजी परिदृश्य, AI टूल्स और यूजर बिहेवियर के कारण आने वाले वर्षों में SEO का रूप काफी बदल जाएगा। नीचे विस्तार से समझिए:
वर्तमान स्थिति (2024-2025):
- Google पर हर दिन लगभग 8.5 अरब सर्च होती हैं।
- इनमें से 70% क्लिक केवल पहले 5 रिजल्ट्स पर होते हैं।
- लगभग 53% ट्रैफिक SEO से आता है, यानी लोग ऑर्गेनिक रिजल्ट पर भरोसा करते हैं।
लेकिन बदलाव क्यों आ रहा है?
1. AI और ChatGPT जैसे टूल्स का आगमन
- अब लोग सीधे सवाल AI से पूछने लगे हैं, जैसे:
- “मुंबई में 2 BHK फ्लैट्स कहां सस्ते हैं?”
- Google भी इस ट्रेंड को समझ रहा है, इसलिए उसने अपना Search Generative Experience (SGE) लॉन्च किया है — जहां जवाब सीधे AI द्वारा दिया जाता है।
- इससे वेबसाइट पर क्लिक करने की जरूरत कम हो जाती है।
2. Zero Click Searches का बढ़ना
- 2022 में ही सर्च का 65% हिस्सा Zero Click हो गया था — यानी लोग Google पर सवाल टाइप करते हैं और बिना किसी वेबसाइट पर जाए, सीधे जवाब पढ़कर लौट जाते हैं।
3. Featured Snippets, Answer Box और Voice Search
- अब Google खुद जवाब दिखा देता है — जैसे रेसिपी, तापमान, डिक्शनरी, आदि।
- इससे SEO की जटिलता बढ़ गई है क्योंकि रैंकिंग सिर्फ टॉप 10 में आने की नहीं, बल्कि “जवाब देने लायक” बनने की हो गई है।
तो क्या SEO खत्म हो जाएगा?
नहीं, SEO खत्म नहीं होगा लेकिन ये बदलाव से गुज़रेगा:
| आज का SEO | भविष्य का SEO |
|---|---|
| Keywords और Backlinks पर जोर | Intent, Context और User Experience पर जोर |
| Google-centric | Multi-platform (Google, Bing, AI tools, voice) |
| Static Content | Dynamic, Conversational Content |
SEO का विकल्प क्या होगा?
1. AI-Focused Content Strategy
- ऐसा कंटेंट जो AI टूल्स में भी नजर आए, जैसे:
- FAQs
- Schema Markup
- Semantic SEO
2. Voice Search Optimization
- लोग अब बोलकर सर्च करते हैं: “नजदीकी प्रॉपर्टी डीलर कौन है?”
- ऐसे में Long-tail और Conversational keywords जरूरी होंगे।
3. YouTube और Visual SEO
- वीडियो कंटेंट तेजी से बढ़ रहा है। YouTube दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सर्च इंजन है।
4. App SEO और In-App Search
- बहुत लोग Flipkart, Zomato, JustDial जैसे ऐप्स के अंदर ही सर्च करते हैं। वहां रैंकिंग की अपनी रणनीति होती है।
2029 तक का अनुमान:
| साल | AI Tools का प्रयोग | Google से सीधा ट्रैफिक | SEO आधारित ट्रैफिक |
|---|---|---|---|
| 2024 | 35% | 53% | 53% |
| 2026 | 55% | 45% | 40% |
| 2029 | 75% | 30% | 25-30% |
SEO खत्म नहीं हो रहा, लेकिन यह केवल गूगल की रैंकिंग तक सीमित नहीं रह जाएगा।
जो लोग आज से ही Content को “उपयोगकर्ता के इरादे” (User Intent) और AI सिस्टम के मुताबिक तैयार करना शुरू करेंगे — वे भविष्य में भी डिजिटल रेस में आगे रहेंगे।


































