उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में सभी जगह गौशालाओ का बुरा हाल है गर्मी शुरू होते ही गोवंशों की हालत ख़राब हो रही है तपती धूप में गन्दा जमा हुआ पानी पिने को मजबूर है बेजुबान जानवर अजीतमल मंडी समिति में नगर पंचायत की गोशाला में तीन टिनशेड हैं। 60 मवेशी इन टिनशेड में रखे गए हैं। लू के थपेड़े से बचाव के कोई इंतजाम नहीं हैं। कुछ मवेशी धूप में हांफते नजर आए। बिजली के भरोसे गोशाला में पानी का इंतजाम है। शुक्रवार को बिजली घर पर कार्य होने के चलते सुबह से बिजली नहीं आई। दोपहर डेढ़ बजे के बाद बिजली आई, तब कहीं जाकर नांद भरी गई और मवेशियों ने गला तर किया।बिधूना ब्लॉक की ग्राम पंचायत बंसई की गोशाला में दाना, चारा व भूसा के पर्याप्त इंतजाम हैं, लेकिन लू से बचाव के लिए यहां जूट के बोरे नहीं लगाए गए हैं। मवेशी टिनशेड के नीचे तपन व लू के थपेड़ों के बीच हांफते नजर आए। कुछ मवेशी तो गोशाला परिसर में खड़े बबूल की हल्की छांव में खड़े नजर आए।
गर्मी का पारा सिर चढ़कर बोल रहा है। बढ़ रही तपिश अब झुलसाने लगी है। इससे हर किसी का हाल बेहाल है। बेजुबान भी तपिश से बेचैन हैं। गोशालाओं में संरक्षित मवेशियों पर संकट ज्यादा है। वजह टिनशेड तप रहा है। टिनशेड के नीचे मवेशी लू के थपेड़े झेल रहे हैं। गर्मी से बचने के वहां कोई इंतजाम नहीं हैं।प्यास बुझाने के लिए नांद तो बनी हैं, लेकिन उसमें काई जमी है। बिजली न आने पर कभी कभार पीने के पानी का संकट मवेशियों को झेलना पड़ता है। लू से मवेशियों को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने सभी गोशाला संचालकों को व्यवस्थाएं गर्मी के अनुकूल बनाने के निर्देश जारी किए हैं।आगे देखो क्या होता है क्योकि ठेकेदारों का हर जगह यही हांल है
			





















		    











