उत्तर प्रदेश के औरैया जिले को एक नया रूप देने की कोशिश की जा रही है यहाँ नई तकनीकि द्वारा ईंधन तैया करने की कवायद की जा रही है बताया जा रहा है अगर आप अपने घर में खाना बना रहे हैं और बनाने के बाद जला तेल बचता है तो उसे फेंकने की जरूरत नहीं है। उसे आप बेच भी सकते हैं। इसके लिए सहार के सौंधरा अड्डा समीप अंचन पेट्रोलियम लिमिटेड इंगुरा कंपनी बायो डीजल प्लांट खोलने जा रही है। ये कंपनी घरों से जला तेल, वनस्पति तेल खरीदेगी। इसे रिफाइनरी में ले जाकर बायो डीजल तैयार करेगी।यह बायो डीजल हाई पिकअप व मालवाहकों के लिए मुफीद ईंधन का काम करेगा। कंपनी के मालिक राधेश्याम सिंह ने बताया कि बायो डीजल की रिफाइनरी सौंधरा अड्डा में खोली जाएगी। इस प्लांट के लिए 40 करोड़ का एमओयू साइन किया गया है। इस प्लांट में बायो डीजल बनाने के लिए घरों व दुकानों से जला तेल खरीदा जाएगा। कड़ंज व अन्य तरह के वनस्पति तेल भी खरीदे जाएंगे। प्लांट में इसे रिसाइकिल कर बायो डीजल बनेगा। इस डीजल का इस्तेमाल हाई पिकअप वाहन व मालवाहकों में होगा। प्लांट छोटे-छोटे पंप भी खोलेगी।
इसके लिए डीलरशिप भी होगी। कई लोगों को रोजगार मिलेगा। औरैया। जनपद में उद्यम के नए पंख लगेंगे। सुरक्षित ईंधन के क्षेत्र में दो निवेशक आगे आए हैं। इन्हें प्रशासन ने हाथों हाथ लिया है। एक निवेशक ने बायो डीजल तो दूसरे ने बायो कोल का प्लांट लगाने का एमओयू साइन किया। सुरक्षित ईंधन की दिशा में जनपद में यह पहला कदम है। ये दोनों प्लांट अवशेष मटेरियल से ईंधन तैयार करेंगे और उसे बेंचेगे। प्लांट लगाने के लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है। साथ ही प्रोजेक्ट बनाकर यूपीनेडा को फाइल भेज दी गई है। इसके लगने से युवाओं को रोजगार के अवसर सुलभ होंगे।आज के समय में कोई भी चीज या सामान खराब नहीं है उसका कोई न कोई उपयोग जरूर होता है ऐसे ही औरैया में ये शुरुआत होने जा रही है बेरोजगारों को लाभ होगा


































