कानपुर न्यूज़ उत्तर प्रदेश के कानपुर मे एक स्कूल वैन हादसे का शिकार हो गयी ये वैन नहीं चलती फिरती मौत थी क्योकि उसका न तो बीमा था न ओर कोई कागज ऐसे ही चला रहा था ड्राईवर अवैध ढंग से क्षमता से ज्यादा बच्चे लेकर शहरभर में स्कूली वैन सड़कों पर खुलेआम दौड़ रही हैं। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में इन्हें देखा जा सकता है, लेकिन संभागीय परिवहन कार्यालय आरटीओ के अधिकारियों को वह नहीं दिखती। एक जनवरी 2023 से 31 जनवरी 2024 के बीच बिना पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के स्कूली बच्चों को ढो रही 276 मारुति वैन के चालान व इनमें 65 को सीज करने की कार्रवाई का दावा किया गया।हालांकि इस पूरी मियाद के दौरान अधिकारी महज छह मारुति वैन की ही ओवरलोडिंग में चालान कर सकें।
आरटीओ राजेश सिंह ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त वैन कामर्शियल व्हीकल में दर्ज नहीं है। साथ ही बच्चों की सुरक्षा के मानक भी पूरे नहीं थे, इसलिए वाहन स्वामी पर कार्रवाई की जाएगी। स्कूल प्रबंधन अगर यह जांच लेता तो शायद ओवरलोड वैन से स्कूल से घर के लिए न निकल पाते। आंकिन गांव में ट्रक से टकराने के बाद वैन के परखचे उड़ गए। खून से लथपथ बच्चे भी सड़क पर तितर-बितर होकर जीटी रोड पर गिरने लगे। बच्चों के सिर, हाथ, छाती, पैर में गंभीर चोटें आईं। प्रत्यक्षदर्शी रामकुमार, शिवकुमार ने बताया कि वह अरौल से आंकिन की ओर जा रहे थे। जीटी रोड के निर्माण में लगे पानी के टैंकर भी काम में लगे थे। उसी दौरान एक लोडर ने वैन में टक्कर मार दी। इसके बाद वैन ट्रक से टकरा गई। मौके पर पहुंचे अभिवावक सुबोध द्विवेदी ने बताया कि जब वे मौके पर पहुंचे तो बच्चे जीटी रोड पर ही तड़प रहे थे। उन्होंने तत्काल एम्बुलेंस और 108 नंबर पर सूचना दी, तब बच्चों को अस्पताल भेजा गया।
ग्रामीणों ने लोडर चालक ऋषि कटियार को दबोचकर पुलिस को सौंप दिया। उप जिलाधिकारी रश्मि लांबा ने बताया कि जीटी रोड निर्माण में लगे ट्रकों का हादसे से कोई लेना देना नहीं है। अरौल में हुए हादसे के बाद जीपीआरडी एजूकेशन सेंटर के एक बच्चे की मौत और 10 बच्चों के घायल होने की सूचना पर स्कूल का संचालन करने वाले अमन पटेल सीएचसी बिल्हौर पहुंचे। खून से लथपथ बच्चों को देख वे जमीन पर गिर गए। सीएचसी प्रभारी डॉ. दिलीप कुमार ने बताया कि दिल का दौरा पड़ा था। ऑक्सीजन लगाकर उन्हें हैलट भेजा गया है। हादसे के करीब तीन घंटे बाद जीपीआरडी कॉलेज की प्रबंधन सदस्यों में से पारुल पटेल सीएचसी पहुंचीं। पारुल पटेल ने हादसे को लेकर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया।
स्कूल का संचालन कृष्णा पटेल की तीन बेटियां विधायक सिराथू पल्लवी पटेल, पारुल पटेल व अमन पटेल कर रही हैं। सड़क हादसे में बच्चों के घायल होने की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के साथ ही पुलिस सक्रिय हो गई। कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी आनन-फानन हैलट पहुंचे गए। वहीं घायल बच्चे समय से हैलट लाए जा सकें, इसके लिए अरौल से हैलट तक करीब 60 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। रास्ते में पांच एसीपी और कई थानेदारों को यातायात संभालने की जिम्मा सौंपा गया। साथ ही एंबुलेंस को एस्काॅर्ट करते हुए बिल्हौर सीएचसी से हैलट तक लाया गया। अरौल थाना क्षेत्र के जीटी रोड आंकिन में जीपीआरडी एजूकेशन सेंटर की एक स्कूल वैन छुट्टी के बाद घर-घर बच्चे छोड़ने जातें स्कूल के समीप ही हाइवे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें एक बच्चें की मौत हो गई जबकि चालक सहित 11 अन्य बच्चे बुरी तरह घायल हो गए।
घायलों को उपचार के लिए सीएचसी में प्राथमिक उपचार के उपरांत हैलट कानपुर रेफर किया गया है। सहायक पुलिस आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे अरौल थाना क्षेत्र के जीटी रोड किनारे आंकिन गांव स्थित जीपीआरडी एजूकेशन सेंटर की एक निजी वैन छुट्टी जिसे हलपुरा गांव के निवासी चालक हरिओम कटियार चला रहा था। दुर्घटना में कक्षा आठ की छात्रा समृद्धि द्विवेदी, कक्षा चार के आंकित द्विवेदी, निष्ठा दीक्षित पुत्री देवेंद्र, यश तिवारी (13) पुत्र आलोक तिवारी, कृतिका पुत्री सरवन, सूर्यांत तिवारी पुत्र सतीश, अभिनंदन पुत्र गणेश, अनिका पुत्र अभिषेक और एश्वर्य पुत्र सुबोध सहित वरैइनपुरवा गांव के देवांक पुत्र प्रमोद घायल हो गया। दुर्घटना देख आसपास के लोगों ने जैसे-तैसे सभी घायलों को क्षतिग्रस्त वैन से निकालकर सीएचसी भेजा, जहां डाक्टरों ने कक्षा सात के छात्र यश तिवारी को मृत घोषित कर दिया, जबकि समृद्धि व अंकित को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। वहीं पुलिस ने वैन चालक को हिरासत में लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही हे


































