उत्तर प्रदेश के`औरैया जिले में दिबियापुर थाना के गांव पुरवा प्रसाद निवासी इंजीनियर मोहित कुमार उर्फ मोनू यादव (33) का परिवार कंचौसी कस्बे में रहता है। वह पुणे महाराष्ट्र स्थित एक सीमेंट कंपनी में इंजीनियर था। शनिवार को मोहित ने इटावा रेलवे स्टेशन बजरिया स्थित जौली होटल में चादर से फंदा लगाकर जान दे दी। इससे पहले सुबह 5:59 बजे उसने एक वीडियो बनाकर अपने छोटे भाई टोनू यादव को भेजा। व्हाट्सएप स्टेटस पर भी लगाया। इसमें मोहित कह रहा है कि जबतक यह वीडियो आप लोगों को मिलेगा तब तक मैं इस दुनिया से जा चुका हूंगा। काश कि कोई लड़कों के लिए कानून होता तो वह ऐसा कदम नहीं उठाता। मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना मैं आपकी उम्मीदों को पूरा नहीं कर पाया। वीडियो मिलते ही परिजन उसकी तलाश में जुटने के साथ पुलिस को जानकारी दी।
सर्विलांस से मिली मोबाइल की लोकेशन से पुलिस होटल तक जा पहुंची, तो कमरे में इंजीनियर का शव फंदे पर मिला।वह अपनी पत्नी व उसके परिवार की मानसिक प्रताड़ना को बर्दाश्त नहीं कर पाया। पत्नी का बिहार के समस्तीपुर जिले में शिक्षक पद पर चयन होने पर उसकी मां ने पत्नी का गर्भपात करवा दिया और उसके जेवर अपने पास रख लिए। पत्नी ने धमकी दी कि प्रॉपर्टी उसके नाम नहीं की, तो वह दहेज के झूठे मुकदमे में पूरे परिवार को फंसा देगी। जबकि उसकी शादी बिना शर्त के हुई थी। वह दोनों सात साल के रिलेशन में थे। पत्नी के पिता ने पुलिस से झूठी शिकायत की, उसके भाई ने फोन कर धमकी दी। पत्नी हर दिन क्लेश करती थी, इसमें उसके परिवार ने भी साथ दिया।
पुलिस ने कमरे से इंजीनियर का लैपटॉप व मोबाइल सहित अन्य सामान बरामद किया है। शाम को पोस्टमार्टम के बाद शव पुर्वा प्रसाद आने पर कोहराम मच गया। इंजीनियर के पिता विश्राम सिंह, मां राजेश्वरी, भाई नरसिंह, गब्बर, टोनू, बहन जूली रोने लगीं। इंजीनियर के चाचा मनोज यादव ने बताया कि भतीजा शुक्रवार रात को घर पर कंपनी से फोन आने की बात कहकर पुणे जाने के लिए निकला था। इंजीनियर मोहित की आत्महत्या के बाद से परिजन रो-रोकर बेहाल हैं।फ़िलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है