उत्तर प्रदेश के`प्रयागराज जिले में व् आल यूपी में अब बिना बीएड वाले अभ्यर्थियों को भी प्राइमरी शिक्षक बनने का मौका मिलेगा बताया जा रहा है कि राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षक (सहायक अध्यापक) भर्ती के लिए जारी नई नियमावली में समकक्ष अर्हता का विवाद समाप्त करने के साथ ही कुछ विषयों में बीएड की अनिवार्य अर्हता भी हटा दी गई है। कंप्यूटर विषय में बीएड की अनिवार्य अर्हता को पूरी तरह से बाहर कर दिया गया है।कला विषय में ललित कला में स्नातक (बीएफए) के अभ्यर्थियों के लिए भी बीएड की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। इससे कंप्यूटर और कला विषय के अभ्यर्थियों को काफी राहत मिलेगी। नई व्यवस्था में कंप्यूटर विषय के लिए बीएड की अनिवार्यता को पूरी तरह से समाप्त करते हुए इसे अधिमानी अर्हता के रूप में शामिल किया गया है।
अभ्यर्थी के पास बीएड की डिग्री है तो अधिमानी अर्हता के रूप में उसे वेटेज दिया जाएगा। यदि बीएड की डिग्री नहीं है, तब भी वह सहायक अध्यापक कंप्यूटर भर्ती के लिए अर्ह माना जाएगा, लेकिन अलग से वेटेज नहीं मिलेगा। वहीं, सहायक अध्यापक कला के लिए अभ्यर्थी ललित कला में स्नातक (बीएफए) है तो बीएड की उपाधि अधिमानी अर्हता होगी। यानी बीएफए की उपाधि वाले अभ्यर्थी को सहायक अध्यापक कला की भर्ती में बीएड की डिग्री होने पर वेटेज मिलेगा, लेकिन बीएड की डिग्री न होने पर भी अभ्यर्थी आवेदन के लिए पात्र होगा। अभ्यर्थी के पास एक विषय के रूप में कला के साथ स्नातक की उपाधि है तो उसके लिए एनसीटीई से मान्यता प्राप्त किसी कोर्स में बीएड की डिग्री अनिवार्य होगी।
एलटी ग्रेड शिक्षक की पिछली भर्ती का विज्ञापन मार्च 2018 में आया था, जिसमें सहायक अध्यापक कंप्यूटर के 1673 पदों में से 1637 पद खाली रह गए थे। कुल पदों में पुरुष वर्ग के 898 और महिला वर्ग के 775 पद शामिल थे। इनमें पुरुष वर्ग के 36 व महिला वर्ग के छह पदों पर अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। यूपी में अब सहायक अध्यापक कंप्यूटर भर्ती में अब बीएड जरूरी नहीं होगा। एलटी ग्रेड कला विषय में भी बीएफए के साथ बीएड अधिमानी अर्हता के रूप में शामिल हो गया है। राजकीय विद्यालयों की एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में अब समकक्ष अर्हता का भी विवाद नहीं होगा।

































