उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में नगला चंदन के विद्यालय में प्रधानाचार्य व प्रभारियों के ट्रेनिंग में जाने से शिक्षामित्र ही इन बच्चों को पढ़ाते मिले। एरवाकटरा ब्लाॅक क्षेत्र के गांव ललौआ के प्राथमिक विद्यालय में 18 छात्र पंजीकृत हैं। वहीं, गपकापुर के प्राथमिक विद्यालय में 17 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। इन दोनों स्कूलों को प्राथमिक विद्यालय नगला चंदन में विलय कर दिया गया है। जहां पर सिर्फ नौ छात्र पंजीकृत हैं। नगला चंदन से ललौआ व गपकापुर की दूरी लगभग दो किमी. है। ऐसे में दूरी के कारण ललौआ व गपकापुर के बच्चे नगला चंदन के स्कूल में बुधवार को पढ़ने नहीं पहुंचे। सिर्फ पांच छात्रों को ही शिक्षामित्र पढ़ाते मिले।
सहायक अध्यापक सोनम यादव ने बताया कि ललौआ व गपकापुर प्राथमिक विद्यालय को विलय करने का पत्र मंगलवार को मिला है। स्कूल विलय होने से दोनों स्कूलों के बच्चे पढ़ने नहीं आए। बीईओ एरवाकटरा अल्केश कुमार सकलेचा ने बताया कि बच्चे न पहुंचने की जानकारी नहीं है। अगर दूरी की कोई समस्या है तो अध्यापकों व अभिभावकों से वार्ता की जाएगी।बिधूना। छात्र संख्या कम होने पर विलय हुए दो स्कूलों के बच्चे दूरी की वजह से बुधवार को पढ़ने नहीं गए। इससे स्कूल में बच्चों की संख्या मात्र पांच रही।