कन्नौज समाचार उत्तर प्रदेश के कन्नौज मे गुरसहायगंज। बस्ती के बीचोबीच स्थित देसी शराब का ठेका और बियर की दुकान हटाने की मांग की सुनवाई न होने पर महिलाओं का गुस्सा भड़क गया। मुख्यमंत्री से की गई शिकायत के बाद पहुंचे अधिकारियों ने जब ग्रामीणों की कोई बात नहीं सुनीं तो उन्होंने हंगामा करते हुए अधिकारियों की गाड़ी को घेर लिया। इसके बाद महिलाओं को शांत किया गया और अधिकारी बिना आश्वासन दिए लौट गए। गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के कस्बे सराय प्रयाग में घनी बस्ती के बीच देसी शराब, अंग्रेजी शराब और बियर की दुकान हैं। महिलाओं का आरोप है कि सुबह से लेकर शाम तक ठेको पर शराबियों का जमावड़ा रहता है और शराब पीकर शराबी गालीगलौज करते हैं और वहां से गुजरने वाली महिलाओं अश्लील हरकतें करते रहते हैं। इतना ही नहीं शराबी नशे में होने के बाद झगड़ा करते हैं। इससे माहौल खराब होता है। खासकर जब महिलाएं वा युवतियां उधर से गुजरती हैं तो शराबी अक्सर छींटाकशी करते हैं।
लोगों का आरोप है कि इस संबंध में सराय प्रयाग चौकी पर कई बार मौखिक रूप से शिकायत की लेकिन पुलिस ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया जिससे शराबियों के हौसले बुलंद है। इसी को लेकर ठेका हटाए जाने की मांग को लेकर सत्येंद्र प्रजापति ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर इसकी शिकायत की। महिलाओं की ओर से की गई शिकायत के आधार पर कानपुर मंडल से आबकारी अधिकारियों ने शनिवार की दोपहर बाद पहुंचकर मामले की जांच की। आबकारी अधिकारियों के आने की सूचना पर बड़ी संख्या में महिलाएं मौके पर एकत्र हो गईं। उन्होंने ठेका हटाने की मांग की।
महिलाओं की बात को अनसुनी कर कानपुर मंडल से आए आबकारी अधिकारियों ने कुछ लोगों के एक कागज पर हस्ताक्षर कराया और जाने लगे, जिससे गुस्साई महिलाओं ने हंगामा किया। इस दौरान भाजपा जिला का समिति के सदस्य ललित कटियार मौके पर पहुंच गए। उन्होंने भी ठेका हटाने की बात कही। इस पर अधिकारियों से उनकी नोकझोंक भी हुई। मामले में क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक यतेंद्र शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई शिकायत के बाद कानपुर मंडल से कुछ अधिकारी मामले की जांच करने आए हैं। लोग आपसी रंजिश के चलते ठेका हटाए जाने की झूठी शिकायत करते हैं


































