कन्नौज न्यूज़ उत्तर प्रदेश के कन्नौज मे ज़िला महिला चिकित्सालय मे दवाओ का लेखा जोखा केवल कागजो मे ही रह गया हे मरीजो के लिए कुछ नहीं सरकारी अस्पतालो का नाम ही हे आम जनता को सुविधाए मिलती कहा हे कहने को सरकार बहुत कुछ देती हे लेकिन पब्लिक तक पहुचता कहा हे कन्नौज। मरीजों और तीमारदारों की शिकायतों व सुझावों के लिए जिला और महिला अस्पताल में छह साल से पेटिका लगी हुई थी, लेकिन कागज और कलम न होने के कारण मरीज अपना दर्द बयां नहीं कर पाते थे। मरीजों की समस्या को प्रमुखता से उठाते हुए एक फरवरी के अंक में समाचार को प्रकाशित किया था, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन जागा और पेटिका के साथ ही कागज और कलम को बांध दिया, जिससे मरीज अपनी शिकायत को लिखकर पेटिका में डाल सकेंगे।
जिला अस्पताल में सीएमएस कक्ष के बाहर, पैथोलॉजी और महिला अस्पताल में लेबर कक्ष, केएमसी व एसएनसीयू वार्ड में करीब वर्ष 2018 में शिकायत पेटिका लगाई गई थीं। छह साल बीत जाने के बाद भी पेटिका में एक भी शिकायत किसी मरीज और उनके तीमारदारों ने नहीं डाली। उसका सबसे बड़ा कारण था कि पेटिका के पास न तो कागज था और न ही कलम। जिस कारण मरीज और तीमारदार शिकायत नहीं डाल पाते थे।
अस्पताल प्रशासन जागा और शनिवार को पेटिका में ही कागज और कलम को बांध दिया, जिससे मरीज और उनके तीमारदार अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं को बता सकें, साथ ही सुधार के लिए सुझाव भी दे सकें। पेटिका में छह साल में एक भी शिकायत नहीं आई थी। कभी कागज और कलम की ओर ध्यान नहीं गया। समाचार प्रकाशित होते ही इसको संज्ञान में लिया और तुरंत कागज और कलम की व्यवस्था करा दी गई।


































