बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र का है जहां एक ही मोहल्ले के एक युवक युवती ने 2009 में भागकर दिल्ली में प्रेम विवाह कर लिया। पति दिल्ली में ही रियल एस्टेट का काम करने लगा जबकि पत्नी बैंक में नौकरी करने लगी। वर्ष 2012 में पत्नी को BPSC की तैयारी करने का मन हुआ। जिसके बाद उसने गुड़गांव में एक कोचिंग में तैयारी शुरू कर दी।नोटबंदी के बाद पति का काम धीमा हो गया और पत्नी की नौकरी भी छूट गई। मजबूरन दोनों मुजफ्फरपुर लौट आए। पत्नी मुजफ्फरपुर में भी बीपीएससी की कोचिंग करती रही। 2019 बैच में उसका सिलेक्शन दारोगा के लिए हो गया। नौकरी लगने के बाद उसने पति के साथ रहने से इंकार कर दिया। पति का आरोप है कि अब उसकी पत्नी उसे जान से मारने की धमकी दे रही है। इसको लेकर उसने सदर थाना क्षेत्र में शिकायत किया है। पत्नी अभी कटिहार में तैनात है।इसके पूर्व वह आईजी, एसएसपी और एसडीओ पूर्वी से भी लिखित शिकायत कर चुका है। पति ने आवेदन में बताया है कि मुजफ्फरपुर में कोचिंग के दौरान पत्नी की दोस्ती एक युवक से हुई। धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती बढ़ती गई और प्यार में तब्दील हो गई। 2019 में दोनों की नौकरी बिहार पुलिस में दारोगा के पद पर लग गई। इसके बाद पत्नी पति के साथ रहने से इंकार करने लगी। इधर, 10 वर्षीय पुत्र ने बताया कि जब वह नानी घर रहता था, तब मम्मी उसे लेकर अंकल के घर जाती थी। उसे दूसरे कमरे में अन्य बच्चों के साथ सुला देती थी और मम्मी व अंकल दूसरे कमरे में चले जाते थे। महिला दारोगा ने अपने ऊपर लगे सारे आरोप को बेबुनियाद बताया। महिला दारोगा का कहना है कि पूर्व में पति अक्सर शराब पीकर मारपीट करता था। उसका कैरेक्टर अच्छा नहीं है, इसलिए दोनों अलग हुए हैं। उसकी पढ़ाई-लिखाई के लिए उसकी तीन बहनें पैसे देती थीं। महिला दारोगा ने बताया कि वह दो दिनों की छुट्टी पर घर आई हुई थी। बेटे से मिलना चाह रही थी, लेकिन पति और ससुराल वाले मिलने नहीं दे रहे थे। इसके बाद पुलिस की मदद ली गई।


































