उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में सहायल के गांव बादशाहपुर छौंक निवासी महेंद्र स्वरूप (50) किसान थे। शुक्रवार को उनका घर में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद वह रात करीब आठ बजे खेत पर जाने की बात कह कर घर से निकले थे। इसके बाद वापस घर नहीं पहुंचे। परिजनों ने उनकी तलाश की मगर उनका कहीं पता नहीं चला। शनिवार सुबह पाता और कैंजरी गांव के बीच रेलवे ट्रैक पर महेंद्र घायल हालत में पड़े मिले थे। स्टेशन मास्टर की सूचना पर आरपीएफ कर्मी सतेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे।
उन्होंने उन्हें दिबियापुर सीएचसी में भर्ती कराया था। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें कानपुर रेफर कर दिया गया था। यह जानकारी उनके पुत्र अजय तिवारी ने दी है। बताया कि वह तीन भाई हैं। मां कृष्णा देवी हैं और दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। पिता खेती कर परिवार का पालन पोषण करते थे।दिबियापुर। गांव कैजरी के पास शनिवार सुबह मालगाड़ी की चपेट में आकर घायल हुए किसान की कानपुर के हैलट अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। कानपुर से शव घर लाया गया। इसके बाद अंतिम संस्कार किया गया। जांच कर कार्रवाई की जाएगी। फ़िलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है
			





















		    











