औरैया समाचार उत्तर प्रदेश के औरैया मे फफूंद। भाग्य नगर ब्लॉक के गांव सिम्हारा के प्राथमिक विद्यालय में बाउंड्रीवाल बनते ही जहां बच्चों व शिक्षकों ने विद्यालय परिसर को सुंदर बनाने की मुहिम छेड़ दी है। तो वहीं अन्ना मवेशियों के स्कूल परिसर में धमा चौकड़ी मचाने से प्रभावित शिक्षण कार्य भी पूरी तल्लीनता से शुरू हो गया है। साथ ही मवेशियों को लेकर भयभीत रहने वाले बच्चे भी बिना किसी भय के शिक्षा ग्रहण करने लगे हैं। फफूंद क्षेत्र की ग्राम पंचायत सिम्हारा स्थित प्राथमिक विद्यालय गांव किनारे बना है। गांव निवासी सरनाम सिंह, बलबीर, पिंटू बाथम, राजेश कुमार, सुनील ने बताया की स्कूल में बनी बाउंड्री पंद्रह साल पहले गिरकर क्षतिग्रस्त हो गई थी।
ग्रामीणों का कहना है कि संबंधित विभाग के अधिकारियों से कई बार बाउंड्री का निर्माण कराने की मांग की गई, लेकिन सुनाई न होने से स्कूल परिसर में अन्ना मवेशियों का डेरा रहता था। अन्ना मवेशियों के झुंड दिन में भी स्कूल परिसर में घुस जाते थे। जिससे वहां पढ़ने वाले बच्चों में भय रहता था। वहीं शिक्षकों को परेशानी उठानी पड़ती थी। कुछ ग्रामीणों ने स्कूल किनारे गोबर और कूड़ा डालना भी शुरू कर दिया था। जिसकी बदबू से बच्चे परेशान थे और उनके अभिभावकों में आक्रोश उत्पन्न हो रहा था। ग्राम प्रधान राजकुमार सिंह ने इसके लिए प्रयास करके मनरेगा योजना से स्कूल की बाउंड्रीवाल स्वीकृत कराई। जिसका निर्माण हाल में पूरा हो चुका है।
अब विद्यालय परिसर को पौधों से हरा भरा करने के लिए प्रधान के साथ-साथ शिक्षक व बच्चे जुट गए हैं। जिससे विद्यालय का वातावरण भी अच्छा हो गया है। ग्राम प्रधान ने बताया की वह गांव के स्कूल को हर तरह की सुविधाओं से सुसज्जित करने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं। बच्चों को शुद्ध पेयजल के लिए वाटर कूलर भी लगवा दिया है। हरा भरा करने के साथ ही स्कूल को जनपद में अव्वल बनाने के लिए शिक्षकों के सहयोग से शिक्षा पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं


































