उन्नाव समाचार उत्तर प्रदेश के उन्नाव मे बांगरमऊ (उन्नाव)। गाजियाबाद के खोड़ा थानाक्षेत्र के नेहरू गार्डन में जिस प्रॉपर्टी डीलर की बुधवार को हत्या हुई थी उसने 20 साल पहले, अपनी हत्या के डर से ही गांव छोड़ा था। 20 साल पहले उसके चाचा की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद परिवार के लोग गांव छोड़कर दूसरे जिलों में रहने लगे थे। बांगरमऊ कोतवाली के गांव जसरापुर निवासी दिनेश मिश्र (55) मौजूदा समय में गाजियाबाद के थाना खोड़ा के नेहरू गार्डन में किराये पर रहता था। बुधवार शाम दिनेश की पीठ में चाकू घोपकर हत्या कर दी गई थी। पास में ही रहने वाली बहन मधू जब उसके घर पहुंची तब घटना की जानकारी हुई थी।
मधू ने फोन पर बताया कि 20 साल पहले जसरापुर गांव में एक परिवार से दुश्मनी चलती थी। बीस साल पहले चाचा सुरपति की इसके बाद चाचा के पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष (विपक्षी) के युवक की हत्या कर दी थी। घटना में दोनों तरफ से लोग जेल गए थे। इसके बाद परिवार करीब 25-26 सदस्यों ने धीरे-धीरे गांव छोड़ दिया था।परिवार के कुछ सदस्य दिल्ली, लखनऊ और बिल्हौर में रहने, जबकि भाई दिनेश व कुछ अन्य लोग गाजियाबाद में रहने लगे। मधू ने बताया कि परिवार का कोई भी सदस्य दोबारा गांव नहीं गया। मकान और जमीन भी बिक गई।
जमीन का बैनामा कराने के लिए परिवार के लोग तहसील आते भी थे तो वहीं से लौट जाते थे। उसने बताया कि भाई की हत्या किसने और क्यों की इसका अभी पता नहीं चल सका है। मृतक का बेटा द्वारिका प्रसाद दिल्ली में और भाई खोड़ा के प्रगति विहार में रहते हैं। बांगरमऊ कोतावली प्रभारी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि गांव में जानकारी की गई थी, यहां उसके परिवार का कोई भी सदस्य नहीं रहता है। पुलिस मामले की जांच कर रही हे


































