प्रयागराज समाचार उत्तर प्रदेश के प्रयागराज मे हाथ में वाकी टाकी, सिर पर टोपी, फूल ड्रेस में अपने दायित्व को निभाते हुए वंदे भारत की पहली महिला ट्रेन मैनेजर अंजू का आज कुछ अलग ही अंदाज था। ट्रेन के लोको पायलट से लगातार वॉकी टॉकी से बातचीत और बीच में मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब। प्रयागराज से कानपुर के बीच सफर के दौरान बातचीत मे बताया कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे वंदे भारत में ट्रेन मैनेजर बनकर यात्री सेवा का मौका मिलेगा। जब मुझे इसकी जानकारी हुई तो बहुत ही गौरव की अनुभूति हुई । मेरी तो आंखें ही नम हो गई ।
यह नारी सशक्तीकरण की दिशा में ऐसा कदम है जो सच में बदलाव ला रहा है। पीएम मोदी नारी वंदन करते हैं, आज मैं उनका वंदन करती हूं। यह कहते हुए भावुक ट्रेन मैनेजर अंजू सिंह ने कहा कि वह करछना की रहने वाली हैं। 2018 में बतौर ट्रेन मैनेजर उन्हें नौकरी मिली। इसके बाद से वह अपनी सेवाएं दे रही हैं। अभी तक वह मालगाड़ियों में ही बतौर ट्रेन मैनेजर कार्य करती रही। कुछ यात्री ट्रेनों में भी ट्रेन मैनेजर के रूप में मैं काम किया है। अंजू ने बताया कि अभी उनकी शादी नहीं हुई है। घर में मम्मी-पापा, भइया-भाभी हैं।
वह परिवार को आर्थिक मजबूती देने में जुटी हुई हैं । अंजू ने बताया कि चार दिन पहले उन्हें यह जानकारी दी गई कि वंदे भारत में ड्यूटी करनी है। वह चौंक गई। प्रयागराज मंडल सीनियर डीओएम ने उत्साह बढ़ाया। आज ट्रेन में भी बहुत सम्मान मिला।


































