उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में अपनी ही मां की हत्या के आरोप में घिरा 12वीं का छात्र उसी मां के बीमार होने की वजह से स्कूल नहीं गया था। पूछताछ में पता चला है कि मां की तबीयत खराब होने की वजह से उसने स्कूल जाने से मना कर दिया ताकि उनका ख्याल रख सके। रावतपुर थानाक्षेत्र में महिला की हत्या के मामले में सामने आया है कि बीमार मां की सेवा के लिए बेटा स्कूल नहीं गया था। उसी की डांट से आपा खो दिया और गला दबाकर मां की हत्या कर दी। वहीं, मृतका की बहन ने बेटे को बेकसूर बताया है। रावतपुर निवासी 35 वर्षीय महिला लंबे समय से मार्केटिंग का काम करने वाले एक युवक के साथ लिवइन में रह रही थी। उसके पति की करीब 17 साल पहले मौत हो चुकी है।
महिला के 17 और 15 साल के दो बेटे हैं। बीमार मां जब कमरे में आराम कर रही थी, तो वह किचन में बर्तन धो रहा था। हालांकि वह इस बात को समझ नहीं पाया कि तेज आवाज में बज रहे गाने उसी बीमार मां के आराम में खलल डाल रहे थे। यही वजह है कि जब मां ने उसे आवाज धीमे करने को कहा तो वह भड़क उठा। यही नहीं, जब मां ने डपटते हुए उसे दो थप्पड़ लगाए, तो आपा खो दिया। जवाब में उसने भी मां को थप्पड़ मारकर धक्का दे दिया। इसके बाद मां की गुस्से में कही अन्य बातें उसके जहन में नश्तर की तरह ऐसी चुभीं कि उसके हाथ मां के गले में पड़े दुपट्टे पर कसते चले गए।मृतका की बहन ने कहा कि कभी भी ऐसा नहीं लगा कि बच्चों और मां के बीच किसी बात को लेकर मनमुटाव भी हुआ हो।
भांजे को बेकसूर बताते हुए बहन के साथ लिवइन में रह रहे युवक पर आरोप लगाए हैं। कहा कि दोनों के बीच में अक्सर झगड़ा होता था। दावा किया कि वह युवक कल रात घर आया था। मकान बहन के ही नाम है। ससुराल में भी लाखों रुपये की कीमती जमीन मिली है। ऐसे में बहन की मौत से उसे संपत्ति का हिस्सा मिल सकता था। उसे लगा कि अब मां मारेगी तो उसने उन्हीं के दुपट्टा से उनका गला कस दिया। फिर दीवान में बंद कर दिया। डीसीपी वेस्ट दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि बड़े बेटे से पूछताछ की जा रही है। स्पीकर को लेकर हत्या की बात सामने आई है। आरोपी साइको प्रवृति का लग रहा है। वहीं, महिला के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। फ़िलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है