कानपुर समाचार उत्तर प्रदेश के कानपुर में बेकनगंज सराफा बाजार से 15 किलोग्राम सोना व डेढ़ करोड़ की नकदी लेकर भागे कारीगर अभी पकड़े नहीं जा सके, इस बीच दूसरा मामला सामने आ गया। इस बार चौक सराफा बाजार में काम करने वाला बंगाल का कारीगर 452 ग्राम सोना (करीब 30 लाख का) लेकर फरार हो गया। सराफा कारोबारी ने उसे 11 दिसंबर को काम पर रखा था और 16 दिसंबर की सुबह वह सोना समेटकर फरार हो गया। इसका मतदाता पहचान पत्र भी फर्जी निकला। कोतवाली थाना क्षेत्र के चौक सराफा धोबी मोहाल तिलक पार्क निवासी तापस धन परिवार के साथ रहते हैं।
यहीं पर उनका सोना गलाने व पकाने का कारखाना है। उनके कारखाने में सात कारीगर हैं। तापस धन ने पुलिस को बताया कि अहमदाबाद गुजरात के रहने वाले एक रिश्तेदार की सिफारिश पर उन्होंने 11 दिसंबर को प्रीतम मंडल नाम के कारीगर को काम पर रखा था। उसके पहचान पत्र में प्रीतम मंडल पिता निताई मंडल निवासी नानीकुल बागची बाजार हुगली पश्चिम बंगाल दर्ज है। तापस के मुताबिक 15 दिसंबर को सभी लोग सो रहे थे।
सुबह करीब छह बजे प्रीतम ने अपने और सात करीगरों की दराज का ताला तोड़कर 452 ग्राम सोना निकाला और भाग गया। सुबह उठे तो घटना का पता चला। आरोपी सीसीटीवी कैमरों में कैद हुआ है। प्रीतम व्यापारियों के साथ कोतवाली पहुंचे और तहरीर दी। थाना प्रभारी चंद्रकांत मिश्रा ने बताया कि कारखाना मालिक की तहरीर मिली है। मामले की जांच और सोना लेकर भागे कारीगर की तलाश की जा रही है।
पुलिस लगातार घर और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में कर्मचारी रखने से पहले सत्यापन कराने को कहती है। इसके बाद भी अनदेखी की जा रही है। सोना लेकर भागे प्रीतम मंडल का भी बगैर सत्यापन कराए काम पर रखा गया। प्रारंभिक जांच में प्रीतम का मतदाता पहचान पत्र भी फर्जी पाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही हे


































