झांसी समाचार उत्तर प्रदेश के झांसी मे वन विभाग ने पक्षियो को बचाने के लिए अभियान चलाया हे वन विभाग द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का असर दिखाई देने लगा है। हाल ही में कराई गई गणना में जिले में गिद्धों की संख्या में पिछले साल के मुकाबले खासा इजाफा हुआ है। पिछले साल जिले में 40 गिद्ध थे, जो इस वर्ष बढ़कर 72 हाे गए हैं। प्रकृति के सफाई कर्मचारी कहे जाने वाले गिद्धों की संख्या जिले में पिछले कई साल से लगातार घटती जा रही थी।
इसकी मुख्य वजह पशुओं की दी जाने वाली दर्द निवारक दवा डिफ्लोफेनिक को माना जाता है। इस दवा का सेवन कर मरने वाले पशुओं का मांस खाने से गिद्ध का हृदय और किडनी काम करना बंद कर देती है। इससे गिद्ध की मौत हो जाती है। इसके चलते डिफ्लोफेनिक दवा को प्रतिबंधित कर दिया गया था।
गिद्धों को बचाने के लिए वन विभाग द्वारा जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके चलते जिले में गिद्धों की संख्या में इजाफा हुआ है। प्रभागीय वन अधिकारी संजय कुमार मल्ल ने बताया कि जिले में गिद्धों की संख्या में इजाफा हुआ है। इस बार 72 गिद्ध सामने आए हैं। सबसे अधिक गिद्ध मोंठ में मिले हैं।


































