मेरठ समाचार उत्तर प्रदेश के मेरठ मे जमीन बेचने के नाम पर बिल्डर संजीव मित्तल ने कई लोगों से करीब 3.05 करोड़ रुपये हड़प लिए। पीड़ितों ने पूर्व एडीजी जोन राजीव सभरवाल के आदेश पर परतापुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। लिसाड़ी गेट के समर गार्डन निवासी शहजाद पुत्र हाजी अफलातुन ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि वह प्रॉपर्टी डीलर हैं। उसके साथ हाजी महराजुद्दीन, शान मोहम्मद, सुभाष शर्मा, इरफान और अनीस भी कार्य करते हैं।
उन्होंने संजीव मित्तल पुत्र सुरेशचंद मित्तल निवासी राजकमल एनक्लेव दिल्ली रोड से न्यू मदीना कॉलोनी के पीछे गांव लिसाड़ी में जमीन लेनी तय की थी। संजीव मित्तल ने बताया कि यह जमीन उसने किसानों से खरीदी है। जमीन की कीमत 105 करोड़ 95 लाख 51 हजार रुपये तय की गई। उन्होंने जमीन की कीमत धीरे-धीरे देने की बात कही तो संजीव मित्तल ने कहा कि तीन करोड़ रुपये टोकन मनी देनी होगी। बाकी धनराशि बैनामे के समय दे देना। सभी पार्टनरों ने मिलकर कई किश्तों में 3.05 करोड़ रुपये संजीव मित्तल को टोकन मनी के रूप में दिए।
वह जमीन देखने के लिए जब लिसाड़ी पहुंचे और माप कराने लगे तो वहां पर काफी लोग आ गए। इन लोगों ने कहा कि जमीन उनकी है। शहजाद और उसके साथियों ने कहा कि यह जमीन संजीव मित्तल ने उन्हें बेचनी तय की है। जिस पर उन लोगों ने बताया कि इस भूमि का संजीव मित्तल से कोई संबंध नहीं है। इसके बाद कई बार प्रयास करने पर भी संजीव मित्तल नहीं मिला। जिससे उन्हें यकीन हो गया कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। वह किसी तरह संजीव मित्तल से मिले और कहा कि वह जमीन तुम्हारी नहीं है। हमारे रुपये वापस कर दो। जिस पर वह बहाने बनाने लगा।
कई बार मांगने पर भी उसने पैसे नहीं दिए। अब वह पैसे मांगने पर धमकी देता है। पीड़ितों ने आरोपी के खिलाफ पूर्व एडीजी को प्रार्थना पत्र दिया था। नोट बंदी के बाद संजीव मित्तल के घर पर करोड़ों रुपये की पुरानी करेंसी मिली थी। परतापुर पुलिस ने यह कार्रवाई की थी। बाद में आयकर टीम ने भी इस मामले में संज्ञान लिया था। अब एक बार फिर संजीव मित्तल सुर्खियों में आ गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही हे


































