उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में हरपुरा गांव में मगरमच्छ ने करीब 12 बजे पशुपालक पर हमला कर दिया। घटना से कुछ दूरी पर भरेह रेंज से सेंचुअरी विभाग की टीम मौके पर खाली हाथ पहुंच गई। मोटर वोट न होने से शव को नहीं उठाया जा सका। करीब आधा घंटा बाद दोवारा मगरमच्छ उसको नदी में खींच ले गया।भरेह थाना क्षेत्र के हरपुरा गांव में चंबल किनारे पशुओं को पानी पिलाने गए पशुपालक को मगरमच्छ खींच कर ले गया। सूचना पर ग्रामीणों में खलबली मच गई। प्रशासन और सेंचुअरी की टीम ने तलाश शुरू कराई है। रामवीर सिंह निषाद (48) निवासी जगम्मनपुर जालौन छह माह पहले अपने ननिहाल हरपुरा गांव रहने के लिए आया था।
शनिवार को वह चंबल नदी किनारे भेड़-बकरियों को पानी पिलाने गया था। करीब डेढ़ घंटा बाद मोटर बोट नहीं पहुंचा। महुआसूडा ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ब्रजेंद्र सिंह ने डीएम शुभ्रांत कुमार मिश्र वोट भिजवाने की गुहार लगाई। इसके बाद सहसों वन विश्राम गृह से करीब दो घंटा की देरी से मोटर को पहुंचा और सर्च अभियान शुरू किया। प्रत्यक्षदर्शी बबलू निषाद के अनुसार, रामवीर नदी किनारे कपड़े और जूते उतारकर भेड़ों को नहला रहा था। तभी अचानक मगरमच्छ ने हमला कर दिया और उसे खींचकर ले गया।
बबलू की सूचना पर बड़ी संख्या में गांव के लोग और एसडीएम ब्रह्मानंद कठेरिया, सीओ नागेंद्र राव चौबे, भरेह थानाध्यक्ष प्रीति सेंगर व बिठौली प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार शर्मा पहुंच गए। लगभग दो घंटे बाद सेंचुअरी रेंजर कोटेश त्यागी भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मोटरबोट की मदद से तलाश शुरू कराई। शाम तक शव का पता नहीं चल सका था। सेंचुअरी रेंजर ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है और जल्द ही शव बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है। फ़िलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है