एटा न्यूज़ उत्तर प्रदेश के एटा मे सामूहिक विवाह मे एक शादीशुदा जोड़ा दुबारा शादी करने पहुंचा ऐसे लोग ही संस्थाओ का मजाक बनाते हे एटा मे सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया ये आयोजन उन कन्याओ के लिए होता हे जो अनाथ हो या माँ बाप शादी करने मे सक्षम न हो बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत समारोह का आयोजन किया गया। इसमें कुल 220 जोड़ों की शादी कराई गई। एक विवाहित जोड़ा भी शादी करने के लिए पहुंच गया। मामला पकड़ में आने पर जोड़े को सामान नहीं दिया गया। उसे वापस कर दिया गया। 250 जोड़ों ने शादी के लिए आवेदन किए थे।
जीआईसी के मैदान में बृहस्पतिवार को कार्यक्रम रखा गया। दो दिन पूर्व से ही मैदान में तैयारियां चल रहीं थीं। सुबह से ही दूल्हा-दुल्हन और परिजन का मैदान में पहुंचना शुरू हो गया था। मंडप लगाकर वर व बधू बैठाए गए। शादी का सामान बांटने से पहले ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों ने सत्यापन किया। इससे अधिकारियों ने एक विवाहित जोड़े को पकड़ लिया। मामला आधार कार्ड व विवाह की सूची से पकड़ में आया। सूची में कुमारी से लड़की का नाम लिखा था। जबकि आधार कार्ड में नाम के बाद देवी लगा था। इसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि डेढ़ माह पूर्व लड़की की शादी जलेसर क्षेत्र के लड़के के साथ हो चुकी है। विवाह समारोह में आवेदन किया था।
आवेदन के सापेक्ष की उनको बृहस्पतिवार को जोड़े के साथ बुलाया गया था। मामला में अधिकारियों ने जोड़े को सामान नहीं दिया। सत्यापन कर रहे अधिकारियों द्वारा शीतलपुर ब्लॉक क्षेत्र के और दो मामले पकड़े थे। जिसमे लड़के को बदल दिया गया था। मामला पकड़ में आने के बाद लड़का व लड़की पक्ष दोनों चले गए। समारोह में दो मुस्लिम जोड़ों सहित कुल 220 जोड़ो की शादी कराई गई। इस दौरान सभी नवदंपतियों को 10 हजार रुपये का सामान दिया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ डीएम प्रेम रंजन सिंह व भाजपा जिलाध्यक्ष संदीप जैन ने किया। पालिकाध्यक्ष सुधा गुप्ता, सीडीओ डॉ. एके बाजपेयी, एसडीएम सदर भावना विमल, डिप्टी कलेक्टर दिव्या सिकरवार आदि ने नवदंपतियों को आशीर्वाद दिया।


































