एटा समाचार उत्तर प्रदेश के एटा मे एक बस रोडवेज की कलर से मिलती हुई देखी गयी ओर बस चालक व परिचालक फर्जी टिकिट काटते दिखे एटा। रोडवेज के रंग में रंगी बस का टिकट भी रोडवेज जैसा ही बनाकर दिया जा रहा था। जिससे सवारी को अहसास ही न हो कि वह निजी बस में बैठा है। इस तरह की बस को पकड़ने के लिए पहुंचे टीएसआई से दबंगों ने अभद्रता की और जान से मारने की धमकी दे डाली। बाद में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से 300 फर्जी टिकट बरामद किए गए हैं। यातायात प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि वह हमराह व चालक के साथ रविवार को बस स्टैंड पर रुटीन चेकिंग कर रहे थे। तभी एक बस रोडवेज के रंग में रंगी हुई नीलकंठ होटल के पास सड़क पर खड़ी दिखी।
चालक व परिचालक एटा से आगरा के लिए सवारियां बैठा रहे थे। जिसकी वजह से सड़क पर जाम लग रहा था। चालक से गाड़ी हटाने व सवारी बैठाने का वैध परमिट मांगा तो नहीं दिखाए। तभी वेदप्रकाश उर्फ रिंकू व विपिन कुमार निवासी नगला मोहन थाना पिलुआ अपने अन्य साथियों के साथ आए। अभद्र व्यवहार करते हुए जान से मारने की धमकी दी। सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए गाड़ी को जबरन ले जाने का प्रयास किया। जिसकी वजह से वहां भगदड़ मच गई। चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। जिससे कानून व्यवस्था प्रभावित होने लगी।
जिसके बाद सूचना पर पहुंचे फोर्स की सहायता से बस को कोतवाली नगर पार्किंग यार्ड में खड़ा कराया गया। जहां से बस के चालक व परिचालक बस की चावी को दिए बिना ही चले गए। कोतवाली नगर प्रभारी अरुण पवांर ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के पास से फर्जी टिकट भी मिले हैं। 100-100 टिकट की तीन गड्डी इनके पास से बरामद की गई हैं। जांच में सामने आया कि इन पर उत्तर प्रदेश परिवहन लिखा हुआ है। जिस प्रकार से पहले रोडवेज में हाथ से बना हुआ टिकट दिया जाता था। उसी प्रकार के 300 टिकट इन दोनों के पास से मिले हैं। दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही हे


































