उत्तर प्रदेश के प्रयागराज मे डाक्टरों से कुछ मरीजो के परिजनो ने बदसलूकी की जिस पर डाक्टर हड़ताल पर बैठ गए हे कीमती लाल झूंसी के रहने वाले हैं. उनके कान में तेज दर्द था. सुंबह वह एसआरएन अस्पताल खुद को दिखाने पहुंचे थे. साथ में उनका पोता साहिल भी था. दोनों पूरे अस्पताल का चक्कर लगाते रहे लेकिन कहीं सुनवाई नही हुई. बुजुर्ग कीमती लाल ने कहा कि प्राइवेट में दिखाने का मेरे पास पैसा भी नही है. दर्द अधिक है. किसी तरह घर जाकर आराम करूंगा. पता नही कब स्ट्राइक खत्म होगी. सोरांव से आए सुरेंद्र लाल की पत्नी को कमर में दर्द रहता है. बुधवार को डॉक्टर ने एमआरआई जांच के लिए कहा था. गुरुवार को सुरेद्र पैसे का इंतजाम कर एमआरआई की रसीद कटवाने आए थे लेकिन काउंटर बंद होने पर उन्हें निराश होकर घर वापस लौटना पड़ा. बोले, प्राइवेट में जांच काफी महंगी है. यही कराना होगा. जब स्ट्राइक खत्म होगी तभी यहां आकर एमआरआई जांच कराएंगे.कुछ दबंग तीमारदारों ने एमएलएन मेडिकल कॉलेज के दो जूनियर डॉक्टर्स के साथ अभद्रता, मारपीट करने के साथ उनके गन सटाकर धमकी दे डाली. जाहिर है मामला बड़ा था, ऐसे में नाराज और आक्रोशित जूनियर डॉक्टर्स ने विरोध करते हुए स्ट्राइक कर दिया. उन्होंने शुक्रवार को दिनभर कार्य बहिष्कार किया. इसकी वजह से आम मरीजों की जमकर फजीहत हुई. ट्रामा और इमरजेंसी सेवा बंद रहने से गंभीर मरीजों को आनन फानन में प्राइवेट अस्प्ताल मं भर्ती होना पड़ा. कई मरीजों को बेली और काल्विन अस्पताल में जाकर इलाज की सुविधा लेनी पड़ी पुलिस अधिकारिओ से बात करने की बात कही हे
			





















		    











