हरियाणा के रोहतक के गांव गद्दी खेड़ी का लाडला अंकित देश के लिए शहीद हो गया। सेना की 311 मेड रेजिमेंट में वर्ष 2019 में परिवार का यह पहला सदस्य भर्ती हुआ था। मां सुदेश से दो दिन पहले फोन पर हुई बातचीत में दिवाली पर छुट्टी लेकर घर आने की बात कही थी। किसे पता था कि अंकित इस तरह दिवाली से पहले ही तिरंगे में लिपट कर घर पहुंचेगा। उसके जाने से पूरे परिवार व गांव में शोक है। गद्दी खेड़ी निवासी शहीद के छोटे भाई दीपक ने बताया कि बड़ा भाई अंकित परिवार का पहला फौजी है। देश के लिए शहीद होकर हम सबका मान बढ़ा दिया है। वह लेह-लद्दाख में तैनात था। उसके जाने से परिवार ही नहीं, पूरे गांव में शोक है। रिश्तेदार व ग्रामीण परिजनों का ढांढस बंधाने पहुंच रहे हैं। सभी को अंकित की पार्थिव देह का इंतजार है। सेना कार्यालय से पता लगा कि सोमवार को पार्थिव शरीर घर पहुंचेगा। इसके बाद सैनिक सम्मान से शहीद के शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। गद्दी खेड़ी निवासी अंकित वर्ष 2019 में सेना में भर्ती हुआ था। इसके लिए कड़ी मेहनत की थी। कई साल की मेहनत के बाद परिवार का पहला सदस्य सेना में भर्ती हुआ था। उसे 311 मेड रेजिमेंट में जगह मिली थी। वह खेलों में बेजोड़ था। सेना की ओर से खेलों में हिस्सा लेकर पदक भी लाया। वह 400 व 800 मीटर दाैड़ के अलावा बॉक्सिंग व राफ्टिंग भी करता था। अंकित की शादी करीब चार माह पूर्व नरेला, दिल्ली की प्रीति से हुई थी। शादी के बाद परिवार में नई खुशियां आई थीं। उसके अचानक इस तरह जाने से ये खुशियां बिखर कर रह गई हैं। इससे करीब डेढ़ वर्ष पूर्व उसके के पिता जसबीर की मौत हो गई थी। इसके बाद परिवार का बोझ अंकित के कंधों पर था। अब परिवार में उसकी पत्नी, मां व छोटा भाई है। शादी से पहले उसने खुद मकान बनवाया था। छोटे भाई को भी आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहा था। किसी को नहीं यकीन… उनका लाल चला गया। दिवाली की खुशियों से पहले हादसे ने चार माह की विवाहिता से अंकित का हाथ छीन लिया। अंकित सेना की 311 मेड रेजिमेंट में 2019 को भर्ती हुआ था। सेना कार्यालय से सोमवार को शहीद की पार्थिव देह घर पहुंचेगी।
			





















		    











