औरैया समाचार उत्तर प्रदेश के औरैया मे बिधूना। पांच जनवरी को गर्भवती के प्रसव के दौरान हुई नवजात बच्ची की मौत मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इधर पीड़ित परिवार भी हार मानता नहीं दिख रहा है। यही वजह है कि बुधवार को जब न्यू लोटस हॉस्पिटल को खोला गया तो जानकारी पर पीड़ित पक्ष पहुंच गया। वहां पहुंच कर पीड़ित परिवार ने हंगामा किया। जानकारी पर पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। जहां अस्पताल के अंदर मिले चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया। वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहुंचे नोडल अधिकारी ने पीड़ित के बयान भी लिए। कस्बा के मोहल्ला आर्यनगर निवासी विनय शाक्य की पत्नी खुशबू के प्रसव के बाद जन्मी बच्ची ने पांच जनवरी को न्यू लोट्स हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया था। मामले में सीएमओ की ओर से हॉस्पिटल के बाहर नोटिस चस्पा कराया गया।
बुधवार को हॉस्पिटल खुलने की सूचना पर विनय शाक्य मौके पहुंचे। हॉस्पिटल खुलने को लेकर हंगामा किया। बताया कि अस्पताल में बिना डॉक्टर की मौजूदगी में पत्नी का प्रसव कराया गया। लापरवाही में हुए प्रसव के चलते जन्मी बच्ची की मौत हो गई। मामले में तहरीर दी गई थी। वहीं विनय की सूचना पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल के अंदर मिले चार लोगों अवनीश पाल निवासी लुखरदौरा, आरिफ, ब्रजमोहन व निजाम को हिरासत में लिया है। इस दौरान पहुंचे बिधूना सीएचसी अधीक्षक बीपी शाक्य ने पीड़ित विनय से बातचीत की। विनय का आरोप था कि स्वास्थ्य विभाग हॉस्पिटल संचालक को बचाने में लगा है। इसलिए पांच दिन से कोई कार्रवाई नहीं हुई।
यहां तक कि चस्पा नोटिस भी फाड़कर फेंक दिया गया और हॉस्पिटल खोल लिया गया। पीड़ित ने पुलिस को दोबारा तहरीर दी है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक श्रीकेश भारती ने बताया कि चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ की जा रही है कि अस्पताल किस उद्देश्य से खोला गया है। पुलिस कर्मी सुरक्षा के लिहाज से तैनात किए गए हैं। स्वास्थ्य अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। पकड़े गए चारों लोगों का शांतिभंग में चालान किया गया है। न्यू लोट्स हॉस्पिटल के बाहर हंगामे की सूचना पर नोडल अधिकारी डॉ. देव नारायण कटियार मौके पर पहुंचे। यहां हॉस्पिटल के बाहर फाड़े गए नोटिस को दोबारा से चस्पा कराते हुए चेतावनी दी गई। वहीं पीड़ित विनय शाक्य के बयान दर्ज किए गए। पुलिस मामले की जांच कर रही हे


































