उत्तर प्रदेश के औरैया। जिले में इसमें खास बात यह रही कि ई-पाश मशीन से लखनऊ पहुंचे डेटा में इन कार्डधारकों ने पांच माह से राशन ही नहीं लिया था। जहां से मिले निर्देश के बाद स्थानीय स्तर पर अधिकारियों ने जांच कराई। इन धारकों को अपात्र पाते हुए निलंबित कर दिया गया है जिले की 619 राशन की दुकानों पर 70 हजार के करीब अंत्योदय व पौने दो लाख के करीब पात्र गृहस्थी कार्डधारक पंजीकृत हैं।
जिन्हें गरीब कल्याण योजना के तहत प्रति माह राशन मुहैया कराया जाता है। गैर जिलों से लेकर अन्य प्रांतों में रह रहे लोग महीनों राशन नहीं लेते। वहीं दूसरे जिलों में रह रहे लोगों की डुप्लीकेशी भी सामने आती है। वन नेशन वन राशनकार्ड के तहत आधारकार्ड के आधार पर डुप्लीकेशी सामने भी आ चुकी है। ऐसे में अपात्र लोगों पर लखनऊ सचिवालय से लगातार नजर रखी जा रही है। ई-पाश मशीन की फीडिंग का लगातार आकलन किया जा रहा है। पांच माह तक राशन न लेने वाले खास तौर पर अपात्र के दायरे में रखे जा रहे है।
शासन से मिली सूची के बाद जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय व पूर्ति निरीक्षकों से लेकर कोटेदारों से सामूहिक तौर पर कराई गई पड़ताल के बाद जिले के 25 हजार के करीब कार्डों को निलंबित कर दिया गया है। इसमें पात्र गृहस्थी के कार्ड ज्यादा बताए गए हैं।जिस पर जांच के बाद अपात्र पाए जाने पर उन्हें सस्पेंड कर दिया जा रहा है। वहीं जिला स्तर पर भी अपात्रों को निलंबित करने का काम किया जा रहा है पुलिस मामले की जांच कर रही हे
			





















		    









