उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शहर की आवास विकास कॉलोनी में एलआईसी के पास गणपति को विराजमान किया गया। शाम को भव्य आरती का आयोजन किया गया। जिले के 45 सार्वजनिक स्थानों पर गणपति की मूर्ति स्थापित कर आयोजनों का शुभारंभ हुआ। बिधूना कस्बे के प्रमुख मार्गों और मोहल्लों में आकर्षक पंडाल सजाए गए हैं। राधा कृष्ण मंदिर, पुरानी सेंट्रल बैंक के समीप, किशनी रोड तथा पावर हाउस के पास पंडाल बनाए गए हैं।
कुदरकोट में तीन जगह पंडालों में गणेश प्रतिमा स्थापित की गई। पंडालों में पूजा पाठ के साथ सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजन भी हो रहे हैं। सार्वजनिक पंडालों के अलावा घरों में भी गणपति प्रतिमाओं की स्थापना की गई है। अबीर- गुलाल से सराबोर भक्तों ने गणपति बप्पा मोरया के उदघोष के साथ उत्सव का शुभारंभ किया।घर-घर में गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना हो रही है।
रंग-बिरंगी लाइटिंग, सजावट और भक्ति संगीत वातावरण को और अधिक उल्लासमय बना रहा है। अजीतमल में हाईवे किनारे स्थित अष्ट विनायक मंदिर में गणेश महोत्सव का शुभारंभ किया गया। बाबरपुर कस्बे व गांवों में शोभायात्रा के साथ गणपति विराजमान किए गए। दोपहर 12 बजे कस्बे के मुख्य तिराहे पर सजे पंडाल से शुरू हुई। गणपति की शोभायात्रा परिक्रमा करते हुए वापस पंडाल पंहुची। यहां गणपति की आरती उतारी गई और प्रतिमा की स्थापना की गई।
अष्ट विनायक मंदिर के आयोजक कैलाश त्रिपाठी ने बताया कि प्रतिदिन सुबह आठ बजे से 11 बजे तक आचार्यों द्वारा पूजन किया जाएगा। रोजाना शाम सात बजे से महिलाओं द्वारा दीप मालिका व भजन संध्या का आयोजन होगा। बिधूना। महोत्सव के अंतिम दिन विसर्जन यात्रा को लेकर प्रशासन सतर्क है। बुधवार को सीओ व कोतवाली प्रभारी ने कस्बे व आसपास के विसर्जन स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने आयोजकों से यात्रा के दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली का उपयोग न करने की हिदायत दी।
सीओ पी पुनीत मिश्रा ने देवघट मंदिर स्थित अरिंद नदी घाट व कमलपुर में नहर स्थित विसर्जन स्थल का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान सीओ ने संबंधित थानाध्यक्षों को निर्देश दिए कि विसर्जन यात्रा के दौरान सुरक्षा में लापरवाही न करें। इसके लिए पर्याप्त पुलिस बल की ड्यूटी लगाई जाए।

































