अल्मोड़ा समाचार उत्तराखंड के अल्मोड़ा मे बिरादरी में प्रेम विवाह करने पर सामाजिक बहिष्कार का सामना कर रहे नव दंपती और उनके परिवार की पुलिस सुरक्षा करेगी। पुलिस भी सक्रिय हो गई है और पीड़ित परिवार को हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। पुलिस ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों की काउंसिलिंग भी की। जिला मुख्यालय के पास के एक गांव की महिला ने बीते दिनों पुलिस को शिकायती पत्र दिया था। उसके मुताबिक उसने 13 मई 2023 को अपनी मर्जी से गांव के ही युवक से दिल्ली में प्रेम विवाह किया था। दोनों एक ही जाति और एक ही बिरादरी के हैं। आरोप है कि प्रेम विवाह के कारण गांव के कुछ लोग महिला और उसके ससुरालियों को गांव से अलग करना चाहते हैं।
बीते 31 दिसंबर को गांव के कुछ लोगों ने बैठक कर परिवार से बात करने के बाद सामाजिक बहिष्कार का फैसला सुनाया। महिला और उसके परिजनों से बातचीत और पानी बंद करने की बात कही। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों और पीड़ित परिवार की काउंसलिंग की। कोतवाल अरुण कुमार ने कहा कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की है। उन्हें हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराए गए हैं। अल्मोड़ा। सल्ट विकासखंड के एक गांव के अनुसूचित जाति के युवक जगदीश ने डेढ़ वर्ष पूर्व नजदीकी गांव की सवर्ण युवती से प्रेम विवाह किया था।
इससे आक्रोशित युवती के परिजनों ने युवक और उसके परिजनों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। युवती ने तब पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई थी लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। नतीजतन युवती के परिजनों ने अपनी ही बेटी के पति का अपहरण कर उसकी निर्मम हत्या कर दी। यह मामला चर्चाओं में रहा। अब प्रेम विवाह के बाद उपजे इस विवाद ने पुलिस को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही हे
			





















		    











