उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एनएसयूआई प्रदेश महासचिव अंकुश गौतम ने बताया कि आगरा कॉलेज के बीसीए षष्ठम का परिणाम 26 मई को जारी किया था। इसमें कई छात्रों का परिणाम रोक दिया है। तब से ही छात्र चक्कर लगा रहे हैं। समस्या बताने के लिए परीक्षा नियंत्रक से मिलने गए। वह कार्यालय में नहीं थे, प्रशासनिक भवन के पास मिलने पर परीक्षा नियंत्रक को समस्या से अवगत कराया। बताया कि विद्यार्थियों को मौखिक परीक्षा के अंक नहीं मिले हैं,छात्र नेताओं का कहना है कि आगरा कॉलेज के बीसीए षष्ठम का परिणाम 26 मई को जारी किया था।
इसमें कई छात्रों का परिणाम रोक दिया है। तब से ही छात्र चक्कर लगा रहे हैं। इस कारण परिणाम रुका है।कॉलेज प्रशासन कहता है कि अंक भेज दिए हैं। इस पर बहस हो गई। परीक्षा नियंत्रक बिना जानकारी दिए चले गए, इस पर इनके कार्यालय में सीट पर लापता का पोस्टर लगाया। घंटे भर तक धरना भी दिया। इसके बाद परीक्षा नियंत्रक आए। दो दिन में परिणाम जारी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओमप्रकाश का कहना है कि 3 छात्रों का परिणाम रुका है, इनके मौखिक परीक्षा के अंक नहीं आए थे, इनको अब मंगवा लिया है।
परिणाम भी समय से जारी कर दिया था। पूरी जानकारी देने के बावजूद छात्र हंगामा करते रहे और सीट पर पोस्टर चस्पा कर दिया।आगरा कॉलेज के बीसीए षष्ठम सेमेस्टर का परिणाम जारी नहीं होने से एनएसयूआई कार्यकर्ता भड़क गए। नारेबाजी करते हुए डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया। यहां परीक्षा नियंत्रक से परिणाम में देरी पर तीखी नोकझोंक भी हुई। आक्रोशित छात्रों ने इनकी सीट पर परीक्षा नियंत्रक लापता का पोस्टर लगाते हुए धरना भी दिया।