आगरा न्यूज़ उत्तर प्रदेश के आगरा मे एक परिवार का तीन लोगो कि मौत हो गयी बताया जा रहा हे कि एक युवक ने अपनी माँ ओर बेटे कि हत्या के बाद खुद को भी मौत के घाट उतार लिया आगरा की लॉयर्स कॉलोनी के रहने वाले दिवंगत तरुण उर्फ जॉली ने अपनी मां और बेटे की हत्या के बाद खुद की जान ले ली। उस वक्त पत्नी घर पर नहीं थी। वो खाटूश्याम दर्शन के लिए गई हुई थी। जब लौटकर आई तो इस तरह परिवार के तीन लोगों की मौत ने उसे झकझोर कर रख दिया। बेटे, पति और सास की मौत के बाद रजनी बेहाल थीं। फूट-फूटकर रो रही थीं। बेहोश भी हो गईं। परिवार की महिलाओं ने उन्हें संभाला। वह एक ही बात कह रही थी कि मेरे बेटू से एक बार मिला दो। गोद में ला दो। अब कभी छोड़कर नहीं जाऊंगी। रजनी शनिवार शाम को ही राजस्थान में खाटू श्याम जी मंदिर में दर्शन के लिए गई थीं। सुबह 10 बजे परिवार के लोगों ने फोन किया।
बताया कि घर आ जाओ। घर पर परेशानी हो गई है। उन्हें पूरी जानकारी नहीं दी। तब वो जयपुर में थीं। वह दोपहर में घर पहुंची। उन्हें जैसे ही पता चला कि बेटे, पति और सास की मौत हुई है, वैसे ही वो बेहोश होकर गिर पड़ीं। इससे परिवार की महिलाएं घबरा गईं। उनके मुंह पर पानी डाला। कुछ देर में उन्हें होश आया। रजनी रोये जा रही थीं। यही कह रही थी कि वह आखिर क्यों चली गई। मां का गम देखकर हर आंख नम हो गई। यही हाल मौसी, बुआ, फूफा का भी था। दादा के संस्कारों पर चलता था कुशाग्र चौहान मृतक तरुण चौहान के पिता के पड़ोसी दोस्त विष्णु कुमार शर्मा ने बताया कि कुशाग्र चौहान चौहान उनके सामने ही बड़ा हुआ था। वह बचपन से ही संस्कारी था। पहले सुबह शाम वह दादा के साथ घूमने जाता था।
इस दौरान रास्ते में मिलने वाले कॉलोनी के बुजुर्ग लोगों से बड़े ही प्यार से सबसे अपने दादा की तरह राम-राम सा बोलता था। वह संस्कारों के मामले में सबसे अलग था। किसी के डांटने पर भी पलटकर जवाब नहीं देता था। उसके कालेज के शिक्षक घटना की जानकारी होने पर सन्न रह गए। उनका कहना था कि वह बेहदर होनहार बच्चा था। नियमित कक्षा में आता था। खेलकूद में भी अव्वल रहता था। शिक्षकों का भी बेहद सम्मान करता था। पुलिस मामले की जांच कर रही हे


































