इटावा समाचार उत्तर प्रदेश के इटावा मे रेलवे से क्लेम लेने की कोशिश में फर्जी आधार कार्ड दिखाकर ट्रेन से कटे शव को अपने परिजन का शव बताकर उसका अंतिम संस्कार करने का मामला सामने आया है। औरैया के अजीतमल से शनिवार को असली परिजन पहुंचने पर थाना पुलिस को भी घटना की जानकारी हो सकी। इस पर एसएसपी ने तत्काल एसपी सिटी को जांच के आदेश दिए। उन्होंने 48 घंटे में जांच करके रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं। फ्रेंड्स कॉलोनी थाना क्षेत्र के महेरा फाटक के पास अड्डा श्यामलाल रेलवे लाइन पर 38 वर्षीय युवक का शव दो जनवरी को कटा पड़ा मिला था। करीब 72 घंटे तक कोई शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने उसका अज्ञात में ही पोस्टमार्टम करा दिया था। इसके बाद एक वकील के साथ पहुंचे कुछ लोगों ने शिनाख्त अतुल कुमार पुत्र दीनदयाल निवासी विकास कॉलोनी थाना सिविल लाइन के रूप में बताकर अपना परिजन बताया था। थाना पुलिस ने आधार कार्ड देखने के बाद उक्त लोगों को शव सौंप दिया था। उक्त लोगों ने शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया था।
शनिवार शाम गांव अटसू थाना अजीतमल जनपद औरैया निवासी राम जी अपने परिजनों के साथ फ्रेंड्स कॉलोनी थाने पहुंचे। उन्होंने फोटो दिखाते हुए मरे हुए व्यक्ति की पहचान अपने भाई सतवीर राजपूत के रूप में की। यह सुनकर थाना पुलिस के होश उड़ गए। अधिकारियों ने जांच पड़ताल की तो शव राम जी के भाई के होने का सच पता चला। इस पर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया। राम जी ने बताया कि उनके भाई मानसिक रोगी थे। उनका इलाज आगरा चल रहा था। बताया कि सतवीर एक जनवरी को बिना कहे घर से निकल गए थे और तब से ही गायब थे। इस संबंध में अजीतमल थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। कहा कि यहां आकर पता चला है कि शव कोई और ले गया। पुलिस उक्त लोगों का पता लगा रही है। फर्जी आधार कार्ड लगाकर कुछ लोग शव को ले जाने की जानकारी मिली है।
अंदेशा जताया जा रहा है कि रेलवे से क्लेम लेने के उद्देश्य से उक्त जालसाजों से पुलिस को भ्रमित करके शव ले लिया। इसकी जांच एसपी सिटी और सीओ सिटी को सौंपी गई है। 48 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं। इसमें जो भी लोग दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले की जांच कर रही हे


































