कानपुर रिपोर्टर के अनुसार उत्तर प्रदेश के कानपुर के एम ब्लॉक किदवईनगर निवासी डॉ. विवेक मिश्रा को मनी लांड्रिंग मामले में परिवार सहित जेल भेजने का डर दिखाकर 30.50 लाख की साइबर ठगी के मामले में साइबर क्राइम पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पुलिस की जांच को उलझाने के लिए दस बार अलग-अलग बैंक खातों में रकम ट्रांसफर की थी।
पुलिस ने आईसीआईसीआई बैंक के जिस अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हुए, उसे तत्काल डेबिट फ्रीज करा दिया। साथ ही आईसीआईसीआई बैंक से जिन 10 अलग-अलग बैंक खातों में धनराशि को ट्रांसफर किया गया, उन सभी को भी फ्रीज कराते हुए पूरे 30.50 लाख रुपये बैंकों में सुरक्षित करा दिए। अब इन आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने उनके अन्य साथियों की तलाश कर रही है। साथ ही पीड़ित के रुपये वापस कराने की भी प्रक्रिया शुरू कर दी है पुलिस ने मनोज से पूछताछ की, तो उसने बताया कि 17 नवंबर को उसने करीब ढाई लाख रुपये के ऑनलाइन डॉलर बेचे,
जिन्हें पश्चिम बंगाल के हुगली निवासी फ्राइस्टर आकाश शा ने खरीदा था। जांच में यह तय हो गया कि आरोपियों ने पीड़ित के खातों से आई रकम को आपस में बांटा। ऐसे में सभी के खिलाफ धोखाधड़ी व आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। पुलिस मामले की जांच कर रही हे हम उम्मीद करते हे हमारी न्यूज़ अच्छी लगेगी
































